नवगछिया | बीस करोड़ तीन माह में राजस्व देने वाले नवगछिया स्टेशन के मालगोदाम स्थित रैक पर व्यपारी व मजदूर की सुविधा का ख्याल नही रखा जाता हैं। खगड़िया के मक्का व्यवसाई मनोज यादव ने बताया कि नवगछिया मालगोदाम स्थित रैक पर सुविधा नही के बराबर हैं। व्यवसायाी को बैठने के लिए यात्री सेड नही हैं। न तो शौचालय और नही पेयजल की व्यवस्था हैं। मालगाड़ी के रैक में लोड और अनलोड करने के लिए पांच सौ से अधिक मजदूर कार्य करतें हैं। उन्हे शौच महसूस होता हैं तो बोतल लेकर खेत की ओर दौड़ लगाते हैं। भीषण गर्मी में उनके लिए आराम की कोई व्यवस्था नही हैं। वही पर एक छोटी सी झोपड़ी बनाकर कुछ मजदूर आराम करते हैं।
बिजली की नही है की व्यवस्था
मालगोदाम में बिजली नही रहने से रात्री में व्यपारी मजदूर असुरक्षित महसूस करते हैं। मालगोदाम के पास अक्सर अपरधीक घटनाये घटती रहती हैं। कई बार तो हत्या जैसे अपराध भी हो चुके हैं। मधु हत्या कांड रेल पटरी के नीचे गढ्ढे में कर दिया गया था। और न हीं मलगाड़ी से लोड या अनलोड किए गये समान को रखने के लिए मालगोदाम की हीं व्यवस्था है। बारीश होने से करोड़ो रुपया का अनाज बर्बाद हो जाता हैं। वर्ष 2013 में आये भंयकर आंधी व बारीष में पांच करोड़ रुपये का सिमेंट व्यपारी का बर्बाद हो गया था। इसके अलावा भी बहुत सी परेशानियां होती हैं।
व्यवसायी के बैठने के लिए यात्री सेड नही हैं
व्यवसायी को बैठने के लिए यात्री सेड नही हैं। माल रैक मे लोड करवाते समय काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता हैं। धुप मे खड़े होकर माल लोड या अनलोड करवाना पड़ता हैं
क्या लोड क्या अनलोड होता हैं
नवगछिया के माल गौदाम स्थित रैक से तीन माह मक्का लोड होता हैं। खाद, सिमेंट, नमक, गिट्टी, व अन्य कई समान सभी दिन नवगछिया स्टेशन पर अनलोड किया जाता हैं। एक ही प्लेटफार्म पर रैक से लोड या अनलोड किया जाता हैं। इस संबंध में पुर्णिया के व्यापारी संतोश कुमार कहते हैं कि एक ही प्लेटफार्म पर रैक मे मक्का लोड भी किया जाता हैं। इसी प्लेटफार्म पर सिमेंट व अन्य समान अनलोड किया जाता हैं। एक समय मे या तो लोड होगा या अनलोड। सिमेंट अनलोड होते समय मक्का लोड नही होता हैं। यदि दो प्लेटफार्म होता तो व्यवसाय बढ़ सकता था। मंडल वाणिज्य प्रबंधक सोनपुर ने कहा कि यात्री सेड का निर्माण कार्य जाड़ी हैं। जल्द ही पूरा कर लिया जायेगा। अन्य समस्या पर भी विचार किया जायेगा।