पांच महिला और चार पुरुष गिरफ्तार
माल आना चाहिए, किसी भी धंधे से नहीं था गुरेज
नवगछिया – परवत्ता पुलिस ने शादी के नाम पर लोगों को फंसा कर धन ऐंठने और अंतर राज्यीय स्तर पर सैक्स रैकेट चलाने वाले एक बड़े गिरोह का परवत्ता पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया है. पुलिस ने मास्टर माइंड सहित पांच महिला और चार पुरुषों को गिरफ्तार किया है और सबों को जेल भेज दिया गया है जबकि मामले की प्राथमिकी परवत्ता थाने में दर्ज कर ली गयी है. पांच महिलाओं में से दो महिला नवगछिया के सिमरा और भवानीपुर गांव की है. एक महिला भागलपुर जीरोमाइल की है, एक बाराहाट बांका के खड़हरा गांव की है. जबकि एक महिला बोकारो की है. जबकि गिरफ्तार किए गए पुरुष सदस्यों में दो मास्टर मांइड में से एक झारखंड के कोडरमा के तिलैया डैम जयनगर टीओपी का और एक बोकारो का है. गिरफ्तार सदस्यों में बांकी बचे दो में एक सदस्य दूधिमा कोडरमा और जयपुर राजस्थान का है. पुलिस द्वारा की गयी पूछताछ में इस बात का खुलासा हुआ है कि यह गिरोह मुख्य रूप से बिहार के बाहर के लोगों को शादी का सब्जबाग दिखा कर रकम ऐंठता था जबकि पुलिस पूछताछ में गिरोह के सदस्यों ने खुलासा किया है कि यह गिरोह अंतरराज्यीय स्तर पर देह व्यापार में भी लिप्त था. व्हाट्सएप से ग्राहकों की बुकिंग की जाती थी और हॉटलो और निजी कमरों में अनैतिक देह व्यापार किया जाता था. यह बात भी सामने आयी है कि लड़कियों की बुकिंग एक या दो दिन से लेकर 15 दिनों तक की जाती थी.
देह व्यापार के तरीकों का भी खुल कर किया बयान
पुलिस पूछताछ में सदस्यों ने व्यापार के तरीकों के बारे में बताते हुए कहा कि ग्राहक के अनुसार यह गिरोह खुद को तैयार करता था. शादी शुदा महिलाओं को भी वर्जिन बता कर मोटे पैसे ऐंठ लिए जाते थे. पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार सभी महिलाओं ने बताया है कि वे लोग भी इस तरह के धंधे में संलिप्त रही हैं. उक्त गिरोह का संचालन नवगछिया और कोडरमा से किया जाता था जबकि बांकी लोगों का काम ग्राहक को फंसाना था.
इस तरह शादी की इच्छा रखने वाले लोग ठग लिए जाते थे
राजस्थान, यूपी और अन्य राज्यों में शादी की इच्छा रखने वाले लोगों को आकर्षक युवतियों की तस्वीर दिखा कर उसे शादी करवाने का प्रलोभन दिया जाता था. तस्वीर देख कर जब कोई व्यक्ति फंस जाता था तो उसे नवगछिया या बिहार झारखंड के किसी अन्य जिलों में बुलाया जाता था. फिर निर्धारित स्थल पर शादी करवाई जाती थी और शादी के नाम पर मोटी रकम वसूल की जाती थी. अगर पार्टी मालदार हुआ तो शादी की प्रक्रिया को लंबा खींच कर ज्यादा से ज्यादा रकम की उगाही की जाती थी और अंततः पूरा गिरोह वहां से भाग जाता था. कहा जा रहा है कि एक शादी कराने के बाद ठगी में संलिप्त सभी लोग अपना मोबाइल नंबर चेंज कर लेते थे. शादी में कुछ ऐसे लोगों को भी रखा जाता था जो इस तरह के षड्यंत्र से पूरी तरह से अनभिज्ञ होते थे. पुलिस ने बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर कुल 12 लोगों को हिरासत में लिया गया था. जिसमें कुछ वैसे भी लोग थे जो इस गिरोह का हिस्सा नहीं थे और इस गिरोह के चंगुल में बुरे फंसे थे. जबकि इस गिरोह का सरगना बाबा के नाम से विख्यात है और वह कोडरमा का है. परवत्ता थानाध्यक्ष पंकज कुमार ने बताया कि इस गिरोह में और किन किन लोगों की संलिप्तता है, पुलिस इसके लिये छानबीन कर रही है.