भागलपुर से इस वक्त की बड़ी खबर सामने आ रही है जहां पर जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज अस्पताल में बीते तीन दिनों से इलाज के लिए भर्ती केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे के भाई निर्मल चौबे की इलाज के दौरान मौत हो गई। जिसके बाद परिजनों ने अस्पताल प्रशासन पर आरोप लगाते हुए अस्पताल अधीक्षक डॉ आशीम कुमार को घेर कर जमकर हंगामा किया। दरअसल आईसीयू वार्ड में भर्ती सेना से रिटायर जवान निर्मल चौबे की इलाज के दौरान मौत हो गई।
जिसके बाद परिजनों ने अस्पताल में जमकर हंगामा किया करीब दो घंटे से हंगामा हो रहा है घटना की जानकारी मिलने के बाद मौके पर सिटी डीएसपी अजय कुमार चौधरी के अलावा कई थाने की पुलिस मौके पर पहुंचकर परिजन को शांत कराने में जुटी हुई है! दरअसल परिजनों का आरोप है कि अस्पताल में ना तो अस्पताल अधीक्षक थे ना ही जूनियर डॉक्टर और ना ही सीनियर डॉक्टर , डॉक्टर के नहीं होने की वजह से इलाज में लापरवाही बरती गई है जिसके वजह से उनकी मौत हुई है। हालांकि मौके पर पुलिस पहुंच कर मामले को शांत कराने में जुटी हुई है।
केंद्रीय मंत्री अश्वनी चौबे के भाई के डेथ होने के बाद कई तरह के सवाल उठ रहे हैं बिहार में स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर लचर व्यवस्था पर केंद्रीय मंत्री के परिजनों के द्वारा सवाल उठाया जा रहा है आरोप है कि जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज अस्पताल में सीनियर डॉक्टर नहीं रहते हैं जिसके वजह से आए दिन यहां पर लोगों की जिंदगी के साथ खिलवाड़ होती है लिहाजा अस्पताल प्रशासन की ओर से अब क्या कुछ सुधार की जाती है या देखना शेष होगा!!
इधर हंगामा को देखते हुए अस्पताल अधीक्षक डॉ असीम दास ने दो डॉक्टरों को निलंबित कर दिया है।
अश्वनी चौबे के मृतक भाई का भतीजा चंदन ठाकुर ने कहा अस्पताल की लापरवाही के चलते हमारे चाचा की मृत्यु हुई है यह कहीं से सही नहीं है जिस समय मृत्यु हुई है ना तो अस्पताल में अधीक्षक थे और ना ही कोई सीनियर और जूनियर डॉक्टर इसकी जांच सीसीटीवी कैमरे से भी करा सकते हैं।
भागलपुर सिटी डीएसपी अजय कुमार चौधरी ने कहा इस पर जो भी कानूनी प्रक्रिया होगी शक्ति से की जाएगी प्रदर्शनकारियों से मेरा अनुरोध है अपनी गरिमा में प्रदर्शन करें जिसकी गलती होगी उन्हें सजा जरूर मिलेगी।
अस्पताल अधीक्षक का सीन कुमार दास ने कहा जब अस्पताल में हंगामा होने लगा तो मुझे मोबाइल पर एक कॉल गया तब मैं सभी डॉक्टरों को लाइनअप किया और ऐसा होना हम लोगों पर सवालिया निशान खड़ा करता है यह कहीं से सही नहीं है जिसके चलते आज मैं 2 डॉक्टर को निलंबित भी कर दिया हूं,