महागठबंधन के जदयू और कांग्रेस के प्रखंड अध्यक्ष सह वरिष्ठ नेता साकेत बिहारी और शंकर सिंह अशोक ने कहा कि एजेंसी द्वारा यहां पर उगाही का काम होता है, हमारी सरकार को बदनाम करने में लगे हैं यहां के पदाधिकारी
भागलपुर जिला के डीएम सुब्रत कुमार सेन बिचौलियों के खिलाफ सख्त है जिसको लेकर कई ठोस कदम उठाए हैं जहां पर प्रत्येक प्रखंड सह अंचल कार्यालय में कर्मियों की प्रतिनियुक्ति कर दी गई है ताकि अंचल और प्रखंड कार्यालय में बिचौलियों का जमावड़ा ना हो लेकिन इसके बावजूद भी गोपालपुर प्रखंड मुख्यालय अभी भी बिचौलियों का बोलबाला है। कोई भी समस्या को लेकर आवेदक आते हैं तो उसे सबसे पहले बिचौलियों का सामना करना पड़ता है।
वही गोपालपुर प्रखंड मुख्यालय के जदयू प्रखंड अध्यक्ष साकेत बिहारी और कांग्रेस के प्रखंड अध्यक्ष सह वरिष्ठ नेता शंकर सिंह अशोक ने बताया की हमारे सरकार को बदनाम करने के लिए इस तरह का कुकृत किया जाता है जिससे सरकार बदनाम हो प्रखंड के अंचल प्रखंड में सरकारी काम के बदले लगता है दाम जी हां सभी काम का अलग अलग रेट रहता है फिक्स प्रखंड के काम में राशन कार्ड बनवाने में 1500 रुपए, शौचालय में 2000 रुपए और सबसे ज्यादा आवास में तो इन सभी से तो कही कई गुना मोटी रकम की वसूली की जाती है। जहां दूसरी तरफ अंचल में भी इसी तरह का माहोल है काबिल लगान से लेकर के निवास,
आय,जाती परिमार्जन सहित मोटेशन सभी सरकारी कामों में अलग अलग काम का अलग अलग रेट रहता है फिक्स अब प्रखंड से थोड़ी दूर पर दुकानों में पहले काम का सारा पैसा वसूल कर लिया जाता है।उसके बाद दलाल काम का पैसा कर्मियों को दे देता है।वही पप्पू कुमार मंडल ने बताया की काबिल लगान का फाइल तैयार करके बढ़ाने के लिए अंचल के बड़ा बाबू को 1500 रुपए दिया लेकिन काबिल लगान का फाइल आगे नहीं भेजा गया और अंचल कार्यालय का चक्कर काट रहे है। वहीं कई इंदिरा आवास लाभुक ने भी बताया कि बिना नजराना दिए कोई काम नहीं होता है। इंदिरा आवास में सिर्फ लूट मची है। वही दोनो वरिष्ठ नेता ने कहा कि सबसे बड़ी बात सुशासन बाबू की सरकार जो भ्रष्टाचार के खिलाफ है। सरकार की जो योजना है उसे लाभुक तक पहुंचाना सरकार की पहली प्राथमिकता है। अवैध उगाही कर हमारी सरकार को बदनाम करने पर तुल गई है। जिसकी शिकायत हम वरीय पदाधिकारी और मंत्री से करेंगे।