अभी तक स्कूल की गतिविधियों पर आंतरिक मूल्यांकन किया जाता था। लेकिन अब घर के ऑनलाइन क्लास को भी आंतरिक मूल्यांकन में शामिल किया जायेगा। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने इसको लेकर एक नोटिफिकेशन जारी किया है। इसमें ऑनलाइन पढ़ाई के समय अनुशासन, छात्रों की उपस्थिति आदि को शामिल किया जायेगा। अभी तक 20 अंकों का आंतरिक मूल्यांकन स्कूल स्तर पर ही किया जाता था। इसमें उन तमाम चीजों को शामिल किया जाता था जो छात्र के हर दिन के रूटीन से जुड़ा हुआ होता था। लेकिन चूंकि अभी स्कूल बंद है और छात्रों की एकेडेमिक गतिविधि घर से हो रही हैं। ऐसे में आंतरिक मूल्यांकन का दस अंक उनके ऑनलाइन क्लास के अनुशासन पर मिलेगा।
बोर्ड ने हर स्कूल को नियमित पेड्रियाटिक असेसमेंट करने का निर्देश दिया है। हर विषय का तीन पेड्रियॉटिक असेसमेंट करना अनिवार्य हैं। इस असेसमेंट को अधिक कठिन नहीं करना है। आसान सवाल इसमें रखना है। ज्ञात हो कि पेड्रियॉटिक असेसमेंट पर पांच अंक दिये जाते हैं। यह पांच अंक 20 अंकों के आंतरिक मूल्यांकन में जुड़ता है।
पांच अंकों के मल्टीपल असेसमेंट में भी हुआ बदलाव
बोर्ड ने पांच अंकों के मल्टीपल असेसमेंट में भी बदलाव किया है। अभी तक इसमें फिल्ड वर्क, सोशल वर्क आदि पर अंक दिये जाते थे। लेकिन अब इसमें स्कूल स्तर पर छात्रों से ऐसे वर्क करवायें जायेंगे, जो घर में रह कर छात्र कर सके। इसी के आधार पर इसका असेसमेंट किया जायेगा।
16 की जगह होंगे आठ एक्सपेरिमेंट
सीबीएसई ने प्रैक्टिकल सिलेबस को काफी कम कर दिया है। अगर 11वीं और 12वीं की बात करें तो 50 फीसदी प्रैक्टिकल कम हो गया है। इस पूरे साल छात्रों को मात्र 50 फीसदी प्रयोग (एक्सपेरिमेंट) नहीं करने होंगे। जहां 11वीं में 15 से 16 प्रयोग और 12वीं में भी इतने 15 से 16 प्रयोग (एक्सपेरिमेंट) होता था। उसकी संख्या अब आठ और नौ पर आ गयी है। यह स्थिति 11वीं और 12वीं के सभी प्रैक्टिकल वाले विषयों में किया गया है। भौतिकी की बात करें तो इस साल मात्र आठ एक्सपेरिमेंट किया जायेगा। सेंट माइकल हाई स्कूल के भौतिकी के शिक्षक आरके ठाकुर ने बताया कि भौतिकी में 15 से 16 एक्सपेरिमेंट करवाते थे। लेकिन अब इस साल आठ एक्सपेरिमेंट ही होगा। वहीं नॉट्रेडम एकेडमी की केमेस्ट्री की शिक्षिका आभा चौधरी ने बताया कि रसायन शास्त्र में 16 की जगह इस बार नौ एक्सपेरिमेंट करना होगा। परीक्षा नियंत्रक संयम भारद्वाज ने कहा कि कोरोना को लेकर प्रैक्टिकल के सिलेबस को कम किया गया है। चूंकि स्कूल बंद होने से लैब नहीं खुल रहा हैं। ऐसे में प्रैक्टिकल के सिलेबस को कम कर दिया गया है।
हटाये गये चैप्टर से नहीं पूछे जाएंगे सवाल
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने 10वीं और 12वीं के जिन चैप्टर को हटाया है, उनसे बोर्ड परीक्षा में प्रश्न नहीं पूछे जाएंगे। इसको लेकर बोर्ड ने नोटिफिकेशन जारी किया हैं। बोर्ड की मानें तो कई सोशल मीडिया में यह बातें आ रही हैं कि बोर्ड परीक्षा में हटाये गए चैप्टर से भी प्रश्न पूछे जाएंगे। इसको लेकर बोर्ड ने स्पष्ट कर दिया है कि केवल उन्हीं चैप्टर से प्रश्न पूछे जाएंगे, जिन्हें सिलेबस में रखा गया है। ज्ञात हो कि सीबीएसई ने 10वीं और 12वीं बोर्ड 2021 के लिए हर विषय से कई चैप्टर को हटा दिया है। जिन चैप्टरों को हटाया गया है, उन चैप्टर को विद्यार्थियों को नहीं पढ़ना हैं। हटाये गए चैप्टर की सूची भी बोर्ड ने स्कूलों को भेज दी है। बोर्ड की मानें तो ये चैप्टर केवल 2021 सत्र के लिए हटाया गया है। चूंकि अभी ऑनलाइन क्लास चल रहा हैं। ऑनलाइन क्लास में संशोधित सिलेबस से पढ़ाई होगी। इसी सिलेबस के आधार पर प्री बोर्ड भी लिया जायेगा। बोर्ड के सचिव अनुराग त्रिपाठी ने बताया कि सिलेबस को एनसीईआरटी ने तैयार किया है। संशोधित सिलेबस से ही अभी स्कूलों में पढ़ाई होगी। प्री बोर्ड भी उन्हीं चैप्टर से लिया जायेगा।