नवगछिया – विक्रमशिला सेतु पर सड़क हादसे में भाई बहन की दर्दनाक मौत के बाद स्थानीय लोग काफी आक्रोशित थे. लोग प्रदर्शन करने जाह्नवी चौक पहुंच गए थे. हालांकि घटना के तुरंत बाद नवगछिया के एसपी सुशांत कुमार सरोज के निर्देश पर घटना के तुरंत बाद नवगछिया के एसडीपीओ दिलीप कुमार समेत आस पास के साथ थानों की पुलिस मौके पर पहुंच गयी थी. घटना के कुछ देर बाद ही किलर ट्रक को पुलिस ने कब्जे में लेकर जाह्नवी चौक टीओपी पर रखा था. जब आक्रोशित ग्रामीणों ने पूछा तो पुलिस ने लोगों के तेवर को देखते हुए उनलोगों को झूठी सूचना दे दी कि उक्त ट्रक को पिछले दिनों की पकड़ा गया है.
जब लोगों को पता चला कि पुलिस ने उनलोगों को झूठी जानकारी दी है तो वे लोग और ज्यादा आक्रोशित हो गए. इसके बाद पुलिस पदाधिकारियों ने लोगों को समझा बुझा कर शांत किया जिसके बाद वे घर गए. लोगों का कहना है कि सकरा पुल है लेकिन ट्रकों की रफ्तार पर पुलिस का किसी भी प्रकार का नियंत्रण नही है. जिसके कारण इस तरह के दर्दनाक हादसे सामने आते हैं. जबकि अब जाह्नवी चौक टीओपी की स्थापना की गयी है लेकिन ट्रकों के रफ्तार पर लगाम नहीं लगया गया है. अक्सर विक्रमशिला सेतु और सेतु पथ पर इस तरह के हादसे देखने को मिल रहे हैं.
नवगछिया एसपी ने कहा
नवगछिया के एसपी सुशांत कुमार सरोज ने कहा कि घटना दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण है. उन्होंने कहा कि विधि व्यवास्था को देखते हुए पुलिस ने स्थानीय लोगों को झूठी सूचना दी थी. पुलिस को आशंका थी कि कहीं लोग ट्रक में तोड़ फोड़ या फिर अन्य किसी घटना को अंजाम न दे दे. इसी कारण से स्थानीय लोगों को झूठी सूचना दी गयी थी, बाद में सच्चाई स्व भी अवगत कराया गया कि पुलिस ने ट्रक को जब्त कर लिया है. एसपी ने कहा कि पीड़ित परिजनों को मुआवजा दिलवाने के लिये पहल किया जाएगा.