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  • मिठाई खिला कर समाप्त करवाया गया धरना
  • विपिन ने कहा दो सप्ताह बाद नहीं हुआ काम तो फिर संघर्ष का रास्ता करेंगे अख्तियार

नवगछिया- नवगछिया अनुमंडल परिसर में ग्रामीण कार्य विभाग द्वारा सड़कों का मेंटनेंस नहीं किये जाने और भ्रष्टाचार के खिलाफ धरना पर बैठे इस्माइलपुर के जिला पार्षद विपिन कुमार मंडल का धरना सातवें दिन समाप्त हो गया है. ग्रामीण कार्य विभाग के कार्यपालक अभियंता अशोक कुमार आर्य द्वारा लिखित आश्वासन दिए जाने के बाद धरना समाप्त किया गया. कार्यपालक अभियंता ने मौके पर ही वीपीन मंडल को मिठाई खिला कर धरना की समाप्ति की. लिखित आश्वासन में कार्यपालक अभियंता ने कहा है कि इस्माइलपुर में कुल चार सड़क मेंटेनेंस के अधीन है. जिसमें एक सड़क लक्ष्मीपुर धार से इस्माइलपुर सड़क का मेंटनेंस कार्य किया जा रहा है. कार्यपालक अभियंता ने कहा कि लक्ष्मीपुर मुख्य सड़क का कार्य शुरू है. चंडी स्थान से इस्माइलपुर सड़क के लिये सामग्री स्थल पर जुटा ली गयी है. परवत्ता से जोत गोविंद का काम आज से शुरू किया जाएगा.

जबकि तीनों सड़कों का कार्य दो सप्ताह के अंदर पूरा कर लिया जाएगा. जबकि जिला पार्षद ने कहा कि अगर तय समय के अंदर कार्य पूरा नहीं किया तो वे फिर से संघर्ष का रास्ता अख्तियार करेंगे. इस अवसर पर आजाद हिंद मोर्चा के अध्यक्ष राजेंद्र यादव, पूर्व सरपंच मीना देवी, पैक्स अध्यक्ष मनोज मंडल, बचनेश्वर बाबु, सुभाष मंडल, उपमुखिया पिंटू यादव, राहुल यादव वार्ड सदस्य, नारायणपुर लक्ष्मीपुर के मुखिया संजय मंडल, पश्चिमी भिट्ठा के मुखिया प्रतिनिधि अनिल पोद्दार, पंचायत समिति सदस्य अरविंद साह, बबलू कुमार यादव, अवधेश शर्मा, सुबोध कुमार, अभिषेक कुमार, कपिलदेव दास, अनिल मंडल, रूपेश कुमार, वार्ड पार्षद बबलू जादूगर, मिथिलेश कुमार, सुरेंद्र मंडल, प्रवीण कुमार, विकास मंडल, रवीश कुमार, तुलसी कुमार, विभीषण कुमार, दीपक कुमार, विक्रम प्रताप मंडल, सिकंदर मंडल, सरपंच पूर्वी भिट्ठा मुरली राय, चंदन कुमार, मुकेश कुमार शर्मा, दीपक कुमार, बीरबल दास उर्फ आदित्य रत्नम समेत अन्य भी मैजूद थे.

सबों ने दिया साथ तभी सात दिनों तक धरना पर डटा रहा

धरना समाप्त होने के बाद इस्माइलपुर के जिला पार्षद विपिन कुमार मंडल ने कहा कि सात दिनों तक अनुमंडल परिसर में दिन रात डटे रहना आसान नहीं था. दिन में तो परिसर में चहल पहल रहती थी लेकिन रात में पूरा परिसर वीरान और धुप्प अंधेरे में डूब जाता था. लेकिन उनके इलाके से 15 से 20 युवक हमेशा उनके साथ रहते थे. जिससे उनका हौसला अंधेरा, ठंड और मूलभूत सुविधा पेयजल, शौचालय, भोजन की समस्या जैसे झंझावात तोड़ नहीं पाये. सभी युवक दृढ़ निश्चय करके ही उनके साथ आये थे. विपिन कहते हैं कि सभी युवक उससे बार बार कहते थे, विपिन भैया, अब यहां से जब अपने गांव जाएंगे तो सड़क लेकर ही. वीपीन ने कहा कि यह धरना वास्तव में उन्हीं युवाओं का था, वे तो बस युवाओं और इस्माइलपुर के आवाम की मांग के साथ सहमति स्वरूप वहां पर बैठे थे. विपिन ने कहा कि नवगछिया के बुद्धिजीवियों, प्रबुद्धजनों ने भी उन्हें निःस्वार्थ भाव से साथ दिया. वे ऐसे लोगों को साधुवाद देते हैं.

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