भागलपुर/ निभाष मोदी
भागलपुर।बिहार में सीएम नीतीश कुमार की समाधान यात्रा तो समाप्त हो गई। लेकिन 11 फरवरी को नीतीश कुमार के भागलपुर गए बस्ती गणेशपुर तीनपुलिया की छुपी समस्या का समाधान नहीं हुआ। जिन महिलाओं के मिन्नत पर शराबबंदी के कड़े कानून बने, उसकी धज्जियां उस दिन भी उड़ाई जा रही थी, जिस दिन सीएम नीतीश कुमार भागलपुर ज़िले के खीरीबांध पंचायत के गणेशपुर तीनपुलिया गांव का जायजा ले समाधान का फिक्र कर रहे थे।
गणेशपुर के गणेश अपने दो बेटियों को ईख वाले जुगाड़ वाले गाड़ी पर बैठाकर स्कूल ले जा रहे हैं। गन्ना का रस बेचकर लोगों का मन मीठा कर रहे हैं और घर का जीविका भी चला रहे हैं। लेकिन गांव की अनसुलझी समस्या से परेशान हैं। खुलकर बोलने वाले तीन पुलिया बस्ती के ब्रजेश, कंचन और पूनम सिंह हैं। बताते हैं कि बुनियादी समस्या का समाधान तो हुआ। गांव चकाचक हुआ। लेकिन गांव के बाग बगान में शराबखोरी का चलन पूरे सामाज को बदनाम कर रही है। सामाजिक बदनामी का ये दाग अच्छे नहीं हैं।