


— डॉ०कमल टावरी पूर्व सचिव भारत सरकार
खरीक :- भारत के गांव को गांधी के ग्राम स्वराज्य की की प्रथम परिकल्पना के आधार पर आत्मनिर्भर बनाने के लिए गुरुवार को ध्रुवगंज पंचायत के पंचायत भवन कार्यालय में बुद्धिजीवी और समाज के प्रबुद्ध जनों की बैठक कर परिचर्चा का आयोजन किया गया. परिचर्चा में मुख्य अतिथि भारत सरकार के पूर्व सचिव डॉo कमल तरोई संबोधित करते हुए कहा कि गाँवों से स्थानीय व्यापार का उपयोग करके बिहार के प्रत्येक ब्लॉक के लिए 100 करोड़ के आत्म निर्भर व्यवसाय मॉडल और उद्यमिता मॉडल के तहत बिना किसी अनुदान या सब्सिडी के ग्राम पंचायत और बैंकों के माध्यम से गांव को आत्मनिर्भर मनाने पर विस्तृत परिचर्चा हुई. गांव का.

विकास नहीं होने का मुख्य कारण गांव के लोगों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रशिक्षण नहीं देने और ज्ञान का अभाव रहा है.गांवों का विकास मॉडल को हासिल करने वाले लोगों को भी प्रोत्साहित किया जाना चाहिए.सी.डी. भागलपुर जिले का अनुपात बहुत कम है और इसे बढ़ाया जाना चाहिए.विभिन्न विभागों को सुव्यवस्थित और सिंक्रनाइज़ करने की आवश्यकता है.भागलपुर जिले में लगभग 2000 करोड़ के व्यवसाय को प्राप्त करने के लिए केवल 2 करोड़ प्रति गांव की आवश्यकता है. कुणाल कुमार को डॉ तरोई ने भागलपुर के 16 ब्लॉक का अध्यक्ष घोषित किया. इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए गांवों में स्थानीय निकायों की मदद से परियोजनाओं को तैयार करने में मदद करेगा.

मुख्य अतिथि को मुखिया प्रतिनिधि मनीष कुमार ने पूर्व सचिव को अंग वस्त्र से सम्मानित किया एंव युवा नेता प्रभु प्रिंस ने पुष्प गुच्छ से सम्मानित कर अतिथियों का स्वागत किया
इस अवसर पर तिलकामांझी विश्वविद्यालय भागलपुर के गांधी विचार विभाग के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर डॉ विजय कुमार, मुखिया प्रतिनिधि मनीष कुमार ,भाजपा जिला उपाध्याक्ष डॉ. रौशन सिंह, युवा नेता प्रभु प्रिंस, सरपंच निहाल अंसारी, आईऐ बिहार के जिलाध्यक्ष कुणाल कुमार के अलावा गांव के गण्यमान्य लोग मौजूद थे.
