भागलपुर।बिहार कृषि विश्वविद्यालय, सबौर के माननीय कुलपति डा० डी० आर० सिंह महिलाओं के उत्थान एवं सर्वांगिण विकास के प्रति सजग रहते है। उनका सोच है कि समाज को सृदृढ करने के लिए महिलाओं को सबल व सशक्त करने की आवश्यकता है। इस क्रम में उनके निर्देश पर कृषि विज्ञान केन्द्र, सबौर, भागलपुर के द्वारा दिनांक 06 मार्च को कृषि विज्ञान केन्द्र, सबौर के प्रशिक्षण -सह- सभागार में अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस अन्तर्गत “महिला उद्यमिता विकास” विषय पर गोष्ठी का आयोजन किया गया। इसकी जानकारी देते हुए डा० राजेश कुमार, पी० आर० ओ०, बिहार कृषि विश्वविद्यालय, सबौर ने कहा कि कार्यक्रम का उद्घाटन डा० आर० के० सोहाने, निदेशक प्रसार शिक्षा, बिहार कृषि विश्वविद्यालय, सबौर के कर-कमलों द्वारा किया गया।
इस अवसर पर उन्होंने कहा कि अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस महिलाओं का दिन है, आज के दिन उन्हें सम्मान देने के लिए पूरे विश्व में उनके नाम मनाया जाता है। महिलाओं का योगदान हर क्षेत्र में है परन्तु उनके योगदान को सही पहचान नहीं मिल रही है इसके लिए आवश्यक है कि महिलाओं को आगे आना होगा। उन्हें अपने अन्दर छुपी उद्यमी हुनर को सबके सामने लाकर दुनिया को अपने शक्ति का परिचय देना की जरूरत है। समाज एवं देश के भविष्य को उज्जवल बनाने में बालक एवं बालिका दोनों का अहम हिस्सा है इसलिए जरूरी है कि लड़की को भी वह सभी अवसर यथा पोषक भोजन, पढ़ाई लिखाई, खेल-कुद प्रदान किया जाय ताकि एक सशक्त समाज में उनकी भूमिका को समझा जा सके।
इस अवसर पर प्रभारी वरीय वैज्ञानिक एवं प्रधान सह कार्यक्रम की आयोजिका गृह वैज्ञानिक श्रीमती अनिता कुमारी ने आगन्तु अतिथियों को पुष्प गुच्छ देकर स्वागत किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि महिलाओं का योगदान किसी भी क्षेत्र में पुरूषों से कम नहीं है लेकिन इसका सही मूल्यांकन नहीं हो पा रहा है। कृषि में महिलओं की भूमिका को पहचान मिलना समय की मांग है एवं यह कृषि के आय को दुगुनी करने में मिल का पत्थर साबित होगा। एक सशक्त समाज के निर्माण में एक शिक्षित व सशक्त महिला का महती योगदान है। अतः यह आज महिला की शिक्षा पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है और महिलाओं को कृषि एवं कृषि आधारित विद्याओं में हुनर हासिल कर स्वावलम्बन की ओर कदम बढ़ा कर समाज व देश का विकास करना है।
कार्यक्रम के तकनीकी सत्र में उद्यान वैज्ञानिक डा० ममता कुमारी द्वारा उद्यानिक के क्षेत्र में महिला उद्यमिता विकास के विविध आयाम की चर्चा की एवं पशु वैज्ञानिक डा० मो० ज्याउल होदा ने कृषि के साथ पशुपालन से होने वाले लाभों से किसानों को अवगत कराया।
इस अवसर पर मंच संचालन केन्द्र वैज्ञानिक डा० मो० ज्याउल होदा एवं धन्यवाद ज्ञापन डा० ममता कुमारी द्वारा किया गया। इस अवसर पर केन्द्र के वैज्ञाकिन एवं कर्मी यथा ई० पंकज कुमार, डा. अजय कुमार मौर्य, श्री सक्षम कुमार सिन्हा, श्री कृष्ण कान्त दूबे, श्री ईश्वर चन्द्र, श्री शशि कान्त सहित जिले के 105 प्रगतिशील किसान भाई एवं बहन उपस्थित रहें।