नवगछिया के मुरली गांव के पूर्व मुखिया, जदयू नेता सह वैश्य समाज के जिलाध्यक्ष सुबोध साह की हत्या का षड्यंत्र कर रहे एक मास्टर माइंड और एक शूटर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. गिरफ्तार आरोपियों में मास्टर माइंड मुरली निवासी मुखिया प्रत्याशी रहे अभिषेक कुमार उर्फ छोटू और गोपालपुर थाना के लत्तरा निवासी बासुकी यादव उर्फ विक्रम कुमार है. बासुकी के पास से पुलिस ने एक कट्टा और दो जिंदा कारतूस भी बरामद किया है. जबकि दोनों आरोपियों की कुल चार मोबाइल को भी पुलिस ने जब्त कर लिया है. नवगछिया के एसडीपीओ दिलीप कुमार ने मंगलवार को एक प्रेस वार्ता कर जानकारी देते हुए बताया कि दोनों आरोपियों को अलग अलग जगहों से गिरफ्तार किया गया है. पांच मार्च को पुलिस को गुप्त सूचना मिली कि ढोजबज्जा के रामपुर गांव में सुधाकर यादव के बासा पर कुछ लोग आपराधिक वारदात को अंजाम देने के लिए इकट्ठा हुए हैं.
सूचना पर कदवा ओपी प्राभारी नरेश कुमार और ढोजबज्जा थाना प्रभारी प्रभात कुमार की टीम ने छापेमारी की. छापेमारी के दौरान एक व्यक्ति मौके से भागने लगा तो पुलिस ने उसे खदेड़ कर धर दबोचा. तलाशी के क्रम में उसके पास से दो मोबाइल और एक जिंदा कारतूस बरामद किया गया. बरामद मोबाइल की जांच करने पर पुलिस को पता चला कि मोबाइल में कई ऐसी तस्वीर है, जिसमें बासुकी कट्टा से फायरिंग कर रहा है. सख्ती से पूछ ताछ की गयी तो बाकुसी ने पुलिस को बताया कि उसने मुरली गांव के मुखिया सुबोध साह की हत्या करने के लिए एक देशी पिस्तौल मकई खेत में छिपा कर रख दिया है. बासुकी की निशानदेही पर जब पुलिस ने छापेमारी की तो सुधाकर यादव के बासा से कुछ दूरी पर ही एक लोडेड देशी कट्टा बरामद किया गया. एसडीपीओ ने कहा कि उक्त मामले की प्राथमिकी ढोजबज्जा थाने में दर्ज कर ली गयी है और आरोपी को जेल भेज दिया गया है.
सुबोध साह को हो गया था शक कि अभिषेक उसकी हत्या करवा देगा
पांच मार्च को ही सुबोध साह ने गांव के ही अभिषेक उर्फ छोटू पर हत्या का षड्यंत्र करने का आरोप लगाते हुए रंगरा थाने में आवेदन दिया गया था. एसडीपीओ दिलीप कुमार ने प्रेस वार्ता में बताया कि छ: मार्च को मामले की प्राथमिकी भारतीय दंड विधान संहिता की धारा 115, 120बी के तहत दर्ज किया गया. एसडीपीओ ने बताया कि जांच के क्रम में यह बात प्रकाश में आयी कि जब भी सुबोध साह कहीं जाते आते हैं तो अभिषेक कुमार उर्फ छोटू सिंह के साथ अन्य साथियों साथ पीछा करता है, तथा हमेश इनके उपर अपना नजर बताये रखता है.
जांच में यह बात भी प्रकाश में आयी कि कुछ स्थानीय सुपारी किलर को सुबोध साह की हत्या करने के लिए तीन से चार लाख रूपया भी दिया गया है. एसडीपीओ ने बताया कि संतमत सतसंग के दौरान 17 और 18 फरवरी को भी सुबोध साह की हत्या करने के लिए अभिषेक कुमार उर्फ छोटू सुपारी किलर के साथ पीछे लगा हुआ था. परंतु मौका नहीं मिलने के कारण अपने साहिश को अंजाम नहीं दे सका. एसडीपीओ ने कहा कि अभिषेक कुमार उर्फ छोटू सिंह स्थानीय सुपारी किलर के साथ साजिश करके सुबोध साह की हत्या का दुष्प्रेरण करने के आरोप में गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेजा जा रहा है.