भागलपुर/ निभाष मोदी
दूधमुहे बच्चे को लेकर महिला दर-दर की खा रही ठोकर,नहीं मिल रहा न्याय
भागलपुर जिले के घोघा थाना क्षेत्र के घोघा बाजार की रहने वाली सोनम पिछले चार दिनों से भूखे प्यासे अपने बच्चे के साथ कभी स्टेशन तो कभी सड़क किनारे रात बिताने को बेबस है। एक तरफ जहां उसके पति दहेज की मांग रहे हैं वहीं दूसरी ओर न्याय दिलाने के लिए घोघा थाना के पुलिस रिश्वत मांग रहे हैं, अब लाचार व बेवस अबला जाए तो जाए कहां, वही काली रात होते ही घूमने लगते हैं हवस के हैवान भूखे दरिंदे, उन दरिंदों से भी लग रहा डर ।
दूधमुहे बच्चे को लेकर महिला दर दर की ठोकर खाने को हैं बेवस
दरअसल सोनम के द्वारा दहेज प्रताड़ना और पति और ससुराल वालों के द्वारा लगातार मारपीट किए जाने के बाद दो मार्च को घोघा थाने में मामला दर्ज कराया था।जिसमें पति अरविंद चौधरी सहित ससुराल वालों के खिलाफ आवेदन देकर दहेज प्रताड़ना सहित मारपीट करने का मामला दर्ज कराया था। जिसके बाद से महिला को उसकी एक मासूम बेटी के साथ घर से निकाल दिया गया और दो बच्चों को पति और ससुराल वालों ने जबरदस्ती रख लिया। जिसके बाद से पीड़ित महिला थाने से लेकर वरीय पुलिस अधीक्षक तक कार्रवाई करने और महिला को घर में रहने देने को लेकर गुहार लगा रही है। लेकिन कहीं उसकी सुनवाई नहीं हुई। तब वह पुलिस उपमहानिरीक्षक विवेकानंद से मिलने पहुंची। जहां डीआईजी के छुट्टी पर चले जाने के कारण उनसे मुलाकात नहीं हुई। वही पुलिस उपमहानिरीक्षक कार्यालय में तैनात डीएसपी से मिलकर अपनी समस्या को महिला ने बताया।
थाना प्रभारी कार्रवाई के लिए मांग रहे रिश्वत
महिला का कहना है कि घोघा थाने के थाना प्रभारी कार्रवाई के लिए बीस हजार रुपए की मांग कर रहे हैं। साथ ही महिला ने यह भी कहा कि जब मैं वरीय पुलिस अधीक्षक से मिली तो उन्होंने कहा मैं ज्यादा से ज्यादा आपके पति को गिरफ्तार कर आ सकता हूं उससे ज्यादा कुछ भी नहीं, वहीं पीड़िता मायूस होकर दर दर की ठोकर खा रही है।
महिला सशक्तिकरण योजना का उड़ रहा मखोल
पीड़ित महिला की शादी 2004 में हुई है और वह झारखंड जिला के पाकुड़ के अमड़ापाड़ा की रहने वाली है। वही देखने वाली बात है कि जहां एक तरफ महिला सशक्तिकरण को लेकर सरकार अरबों रुपए खर्च कर रही है वहीं महिला लाचार और बेबस होकर अभी भी दहेज की प्रताड़ना झेल रही है, अब देखने वाली बात यह है कि पीड़ित महिला को पुलिस कब तक न्याय दिला पाती है।