नवगछिया – विश्व जल दिवस पर जलचिन्तन, रुरल वाटर सोसाइटी एवं इंडियन केमिकल सोसाइटी के संयुक्त तत्वाधान में इनभेस्टमेन्ट, इनोवेशन एवं जल सुरक्षा पर एक दिवसीय सेमिनार का आयोजन कम्पोजिट मोड में हुआ. इस सेमिनार के संयोजक डा अशोक कुमार झा सहसंयोजक डा उषा शर्मा एवं आयोजन सचिव डा विंदेश्वरी सिंह थे. सेमिनार के संयोजक डा अशोक कुमार का ने जहां जल प्रबंधन एवं संरक्षण की चर्चा विस्तारपूर्वक की.
वहीं डा उषा शर्मा ने जल संरक्षण हेतु पौधारोपण की महत्ता पर प्रकाश डाला तथा डा विन्देश्वरी सिंह ने जल चिंतन एवं रुरल वाटर सोसाइटी, नवगछिया के क्रियाकलापों की चर्चा की. इस एक दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार का उद्घाटन इंडियन केमिकल सोसाइटी, कोलकाता के प्रो डी सी मुखर्जी, सचिव प्रो सुदीप कुमार दास, पूर्व विभागाध्यय प्रो० विवेकानन्द मिश्रा ने किया. प्रो सुदीप कुमार दास ने वेस्टवाटर में फेनॉल हटाने की आधुनिकतम विधियों जैसे नीम के.
पत्तों से सक्रिय कार्बन एवं अधिशोषण आदि पर चर्चा की. ए एस कॉलेज देवघर के डा अनिल ठाकुर, एम्स पटना की लवली सिन्हा, डा शैलेन्द्र ने भी अपने विचार व्यक्त किये. एम्स देवघर के डा उज्जवल ने भी जल संकट एवं जल संरक्षण पर अपने विचार व्यक्त किया. पी जी रसायन के पूर्व विभागाध्यक्ष प्रो० विवेकानन्द मिश्रा ने बताया कि अधिकांश बोतलबंद पानी के दूषित रहते हुए भी लोग इसका उपयोग कर रहे हैं. इस संदर्भ में रसायन शास्त्रियों की भूमिका काफी अहम हो जाती हैं. धन्यवाद ज्ञापन डा वि. देवरी सिंह ने किया. राष्ट्रगान के साथ सेमिनार का समापन हुआ. सेमिनार को सफल बनाने में राहुल, नैना, अमित, शैलेश आदि की भूमिका सराहनीय रही. जिसमें 100 प्रतिभागियों ने इसमें भाग लिया.