नवगछिया श्रीरामचरितमानस नवाह परायण यज्ञ एवं श्री राम कथा की अमृत वर्षा का 48 वां वार्षिकोत्सव नवगछिया के घाट ठाकुरबाड़ी में बड़े धूमधाम से मनाया जा रहा है इसमें सुबह 23 विद्वानों द्वारा संगीतमय नवाह परायण पाठ किया जा रहा है एवं संध्या 7:00 बजे से बनारस आई मानस कोकिला हीरामणि देवी द्वारा संगीतमय प्रवचन हो रहा है . प्रवचन के कार्यक्रम में हीरामणि देवी ने कहा की जो प्रभु के सामने झुकता है वह सबको अच्छा लगता है लेकिन जो सबके सामने झुकता है वह प्रभु को भी अच्छा लगता है। हमें किसी के व्यवहार से दुखी नहीं होना चाहिए हमें अपने अंदर देखना चाहिए हमारे में क्या कमी है जो कि हमारी बात बड़े छोटे नहीं मानते आखिर क्या कमी है हमें इस पर विचार करना चाहिए उस नारी का कभी कल्याण नहीं हो सकता जो पति की बात नहीं मानती है ।
अपने से बड़ों का आदर सम्मान हमेशा करना चाहिए तभी हमारा कल्याण है । बड़ों की बात हमेशा माननी चाहिए । कथा में हमें अवश्य जाना चाहिए कथा में विघ्न नहीं डालना चाहिए । पति पत्नी माता पुत्र में जो विघ्न डालते हैं उसे ब्रह्महत्या के जैसा दोष लगता है । बेटा कितना भी प्यारा हो उसे सर पर नहीं चढ़ाना चाहिए बेटा बेटी को हमेशा अच्छे संस्कार देना चाहिए । अगर हम बेटा बेटी को अच्छा संस्कार देंगे तो हमारे समाज और हमारे कुल का नाम रोशन होगा । हमारे भारत की नारी बहुत शक्तिशाली है अपना किया हुआ ही फल हमको मिलता है हम जैसा करेंगे वैसा ही फल हमें मिलेगा हमें भगवान पर भरोसा रखना चाहिए स्त्री को रोज तुलसी और सर्य नारायण को एक लोटा जल अवश्य डालना चाहिए ।
तुलसी हर घर में होनी चाहिए हमें तुलसी कि सेवा अवश्य करनी चाहिए जिस भजन में राम का नाम ना हो उस भजन को ना गाना चाहिए आदि भजनों पर श्रोता गन खूब झूमे राम कथा की अमृत बर्षा में 9 दिनों तक डूबा रहता है नवगछिया शहर आयोजन के उपाध्यक्ष बनवारी पंसारी ने कहा की नवगछिया में श्रीरामचरितमानस नवाह पारायण यज्ञ एवं श्री राम कथा की अमृत वर्षा का यह 48 बाँ वर्ष है पिछले 47 वर्षों से इसी तरह नवगछिया में रामचरितमानस नवाह परायण यज्ञ एवं श्री राम कथा की अमृत वर्षा का आयोजन 9 दिनों तक लगातार चलता रहता है जिसमें.
नवगछिया एवं बहार के धर्म प्रेमी प्रवचन का लाभ उठाते हैं इस आयोजन को सफल बनाने में अध्यक्ष दिनेश सर्राफ, उपाध्यक्ष बनवारी पंसारी, सचिव शिव जयसवाल, कोषाध्यक्ष श्रवण केडिया, मुख्य यजमान विनीत खेमका, मीडिया प्रभारी अशोक केडिया, विशाल चिरानिया, विनीत चिरानिया, अनिल चिरानिया, संतोष भगत, अनिल भगत, कैलाश अग्रवाल, किशन चिरानिया, किशन यादुका, अवधेश गुप्ता, रोहित मावंडिया, रवि चिरानिया, दयाराम चौधरी, संतोष यादुका, शंकर चिरानिया, अरूण यादुका, श्रीधर शर्मा आदि लगे हुए हैं ।