- व्हाट्सएप पर आवेदन भेज कर छुट्टी ले लेते हैं कर्मी
- महाविद्यालय में विकसित हो गयी है टेलीफोनिक सीएल की नई परंपरा
- हास्टल को चालू कराना है चुनौती
नवगछिया – तिलकामांझी भागलपुर विश्व विद्यालय के कुलपति प्रो जवाहरलाल ने सोमवार को स्थानीय मदन अहल्या महिला महाविद्यालय का औचक निरीक्षण किया है. औचक निरीक्षण के क्रम में एक शिक्षक हॉल में खर्राटे मारते हुए दिखे. पूछ ताछ की गयी तो पता चला कि उक्त शिक्षक वृद्ध हैं, इसलिए सो रहे थे. कुलपति ने स्पष्ट कहा कि यह सोने की जगह नहीं है. एकाएक महाविद्यालय पहुंचे कुलपति सीधे महाविद्यालय के हॉल में पहुंच गये, जहां शिक्षक सोते हुए दिख गये. कुलपति ने महाविद्यालय की उपस्थिति पंजी की भी जांच की. इस क्रम में बात सामने आयी कि महाविद्यालय में टेलीफोनिक सीएल की एक नई परंपरा विकसित हो गयी है. इस तरह की परंपरा पर कुलपति ने नाराजगी व्यक्त करते हुए स्पष्टीकरण पूछने की बात कही है.
अपने औचक निरीक्षण कार्यक्रम के क्रम में कुलपति ने महाविद्यालय के क्लास रूम, छात्रावास भवन, साइकिल स्टैंड, पुस्तकालय, खेल मैदान का निरीक्षण किया. कुलपति ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि जो भी कमी पायी गयी है, वे कार्रवाई करेंगे. कुलपति ने कहा कि हमारे सभी शिक्षक उपस्थित थे लेकिन एक शिक्षक सो रहे थे. वे नाम नहीं बतायेंगे लेकिन यह उचित नहीं है. कुलपति के एकाएक महाविद्यालय पहुंचते ही हडकंप मच गया था. महाविद्यालय के कई शिक्षक और सक्षम लोग कुलपति से कमियों को नजरअंदाज करने के लिए अनुनय विनय करते दिखे. इस अवसर पर प्राचार्य डा सुदामा यादव, प्रधान लिपिक अर्जुन कुमार, अरूण कुमार समेत अन्य शिक्षक शिक्षकेत्तर कर्मियों की मौजूदगी देखी गयी.
छात्रावास की समस्या चुनौती, करेंगे कार्रवाई
कुलपति ने कहा कि यह नवगछिया का पहला महिला कॉलेज है और पता चला है कि यहां पर हास्टल चालू नहीं है. ठेकेदार स्तर से कुछ समस्या आ रही है. वे जल्द ही विश्व विद्यालय के संबंधित लोगों को निर्देश दे कर बैठक करने कहेंगे और इस समस्या का निदान करने का प्रयास करेंगे. कुलपति ने कहा कि बंद हास्टल को उन्होंने एक चुनौती के रूप में लिया है. कुलपति ने कहा कि यहां पर शुद्ध पेय जल की व्यवस्था नहीं है. वे शुद्ध पेय जल मुहैया करवाने के लिए पहल करेंगे.
पीजी की पढ़ाई का प्रस्ताव भेंजें, पढ़ाई तुरंत शुरू करा दी जायेगी
कुलपति ने कहा कि यह कॉलेज लड़कियों का है. इसलिए यहां पर पीजी की पढ़ाई होनी चाहिए. उन्होंने मौके पर ही प्रचार्य को निर्देश देते हुए कहा कि जल्द से जल्द प्रस्ताव भेजें. वे तुरंत प्रस्ताव स्वीकृत करवा कर पीजी की पढ़ाई शुरू करा देंगे.
21 वीं सदी में हर विद्यार्थी को बनना पड़ेगा आत्मनिर्भर
कुलपति ने कहा कि महाविद्यालय की आय शून्य है. यहां वोकेशनल कोर्स की पढ़ाई नहीं होती है. वोकेशनल कोर्स से महाविद्याल के आय का स्त्रोत बनेगा. उन्होंने कहा कि विश्व विद्यालय में वे फिजियोथेरॉपी की पढ़ाई शुरू करवाने जा रहे हैं. कुलपति ने कहा कि महाविद्यालय के सक्षम लोगों को निर्देश दिया गया है कि छात्राओं की स्कील को बढ़ाने वाले पाठ्यक्रमों की पढ़ाई शुरू करायें. कुलपति ने कहा कि 21 सदी में सिर्फ सामान्य पढ़ाई से कुछ हासिल नहीं होगा. हरेक विद्यार्थी को आत्म निर्भर बनना होगा. बच्चे ऐसी पढ़ाई पढ़ें की जब में पढ़ कर बाहर जायें तो उसे जॉब नहीं खोजना पड़े, वे ही जॉब देने वाला बने. अगर हर विद्यार्थी का यही उद्देश्य होगा तभी हमरा देश आत्मनिर्भर बनेगा. कुलपति ने कहा कि महाविद्यालय में शिक्षकों की कमी है. जल्द ही शिक्षकों की कमी को पूरा करने का प्रयास किया जायेगा. कुलपति ने कहा कि महाविद्यालय में संगीत में सर्टिफिकेट कोर्स करवाने के लिए कहा गया है. ताकि लड़कियां संगीत सीख सके. कुलपति ने कहा कि महाविद्यालय में सांस्कृतिक गतिविधि होना आवश्यक है. इससे महाविद्यालय की दमदार क्षवि समाज में स्थापित होगी. कुलपति ने पुस्तकालय को समृद्ध करवाने का निर्देश दिया. जांच के क्रम में बात सामने आयी कि वर्ष 2021 के बाद से महाविद्यालय में पुस्तकों की खरीददारी नहीं की गयी है. कुलपति ने आधे अधूरे साइकिल स्टैंड का निरीक्षण कर महाविद्यालय की तरफ से संवेदक को ब्लैक लिस्टेड करवाने की प्रक्रिया शुरू करने निर्देश दिया. कुलपति ने प्राचार्य को निर्देश देते हुए कहा है कि महाविद्यालय की लड़कियां जिस खेल में अच्छी हैं, उन्हें प्रोत्साहित करें और नियमित खेल करायें. प्रयोगशाला की कमियों की बाबत कुलपति ने कहा कि जो भी कमी हैं. विश्व विद्यालय को रिर्पोट करें, कमी को दूर करने का प्रयास किया जायेगा.