नवगछिया – नवगछिया के घाट ठाकुरबाड़ी में चल रहे श्रीरामचरितमानस नवाह पारायण यज्ञ बनारस की मानस कोकिला श्रीमती हीरामणि देवी ने प्रवचन में कहा कि माता पिता की सेवा भाग्यशाली व्यक्ति को ही मिलती है. माता-पिता की सेवा करना सबके भाग्य में नहीं होता. भाई का रिश्ता खून का रिश्ता होता है. बाहरी रिश्ते पानी की तरह होते हैं. संकट पड़ने पर भाई ही भाई के.
काम आते हैं. इस आयोजन को सफल बनाने में अध्यक्ष दिनेश सर्राफ, उपाध्यक्ष बनवारी पंसारी, सचिव शिव जयसवाल, कोषाध्यक्ष श्रवण केडिया, मुख्य यजमान विनीत खेमका, मीडिया प्रभारी अशोक केडिया, विशाल चिरानिया, विनीत चिरानिया, अनिल चिरानिया, संतोष भगत, अनिल भगत, कैलाश अग्रवाल, किशन चिरानिया, किशन यादुका, अवधेश गुप्ता, रोहित मावंडिया, रवि चिरानिया, दयाराम चौधरी, संतोष यादुका, शंकर चिरानिया, अरूण यादुका, श्रीधर शर्मा आयुष खेमका पीयूष खेमका आदि की भी भागीदारी है.