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नवगछिया : आग लगी के दौरान बीरबन्न गांव में चीख पुकार और अफरा तफरी का माहौल था. आग की लौ इतनी प्रचंड थी कि किसी को कुछ भी निकालने का मौका न मिला. आनन फानन में लोग अपने अपने घरों में जा कर अधजले सामनों या फिर कुछ जरूरत के सामानों को निकाल रहे थे. इसी क्रम में गुलशन कुमार अपने घर में कुछ सामनों को निकालने के लिए घुसा. लेकिन घर में घुसते ही घर की छत गुलशन के उपर गिर गयी और गुलशन उनके नीचे दब गया. इसके बाद फायर ब्रिगेट ने काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू किया लेकिन तब तक गुलशन की मौत हो चुकी थी. उसके अधजले शव को बाहर निकाला गया. गुलशन का शव बाहर आते ही उसके परिजन चीख पुकार कर रहे थे. गुलशन की मौत पर पिता अरविंद यादव और माता भीखमा देवी का रो-रो कर बुरा हाल था. रोते रोते दोनों बार बार मूर्च्छित हो कर बेहोश हो रही थी क्योंकि 17 मई को गुलशन की शादी खगड़िया में होने वाली थी. इस कारण घर में जश्न का माहौल था. लेकिन भगवान को कुछ और ही मंजूर था.

देर रात तक चल रहा था आग बुझाने का कार्य

जानकारी मिली है कि आग लगी में जलने वाले घरों में अधिकांश खपड़ैल के घर हैं तो 25 फीसदी से अधिक पक्का मकान है. देर रात तक कई भूसखारों, सिमेंट के बोरों और कुछ पक्का घरों में आग बुझाने का कार्य फायर ब्रिगेड द्वारा किया जा रहा था. नवगछिया के एसडीओ उत्तम कुमार ने देर रात तक स्थल पर कैंप कर रहे थे. उन्होंने बताया कि स्थल पर ही पीड़ितों के लिए भोजन की व्यवस्था करायी गयी है. जबकि फायर ब्रिगेड की टीम से भी लगातार कार्य लिया जा रहा है. मृतक के परिजनों को चार लाखा रूपये की राशि तत्काल दी गयी है. जबकि बुधवार सुबह को सभी पीड़ित परिवारों का आकलन कर प्रत्येक को 9800 रूपये नगदी और खद्य सामग्री का भी वितरण किया जायेगा. एसडीओ उत्तम कुमार ने कहा कि करीब सौ घर से ज्यादा के जल जाने की सूचना है. यह इलाके के लिए बड़ी क्षति है. जिला प्रशासन के पदाधिकारी मौके पर कैंप कर रहे हैं.

पछुवा हवाओं ने आग में किया घी का काम

तेज पछुवा हवाओं ने आग में घी का काम किया और आग की लपटें आसमान छूने लगी. आगलगी के दौरान पांच सौ मीटर के दायरे में लोग गर्माहट महसूस कर रहे थे. जबकि इस दौरान एक तरफ महिला और बच्चे लगातार चीख पुकार कर रहे थे तो कई बुर्जुग फूट फूट कर रो रहे थे. इधर मवेशियों के दर्दनाक रंभाने की आवाज ने वातावरण को भयाक्रांत बना दिया था. स्थानीय लोगों ने बताया कि अपने अपने घरों से सामानों को निकालने के क्रम में करीब 50 लोग आंशिक रूप से घायल हैं. ज्यादा लोगों ने निजी स्तर से या फिर पीएचसी जा कर अपना इलाज कराया है. जबकि लगभग 25 से अधिक मवेशियों के काल कवलित हो जाने की भी बात कही जा रही है. स्थानीय लोगों ने आग लगी की घटना में हुई क्षति का आकलन लगभग 25 करोड़ रूपये में आंक रहे हैं. हालांकि यह बढ़ भी सकता है. ग्रामीणों ने बताया कि इस तरह का अग्निकांड उन लोगों ने पहले कभी नहीं देखा था. आग क्यों लगी, यह पक्के तौर पर कोई नहीं बता पा रहा है. लेकिन कहा जा रहा है कि चूल्हे से भड़की चिनगारी ने पूरे गांव को स्वाहा कर दिया. आगलगी की घटना के दौरान कोई सिलेंडर विस्फोट की सूचना तो नहीं है लेकिन सिमेंट के रखे बारे में आग लग जाने से लगातार आवाज आ रही थी.

आग लगते ही सबसे पहले स्थल पर पहुंचे बीडीओ
आग लगते ही स्थल पर नारायणपुर के प्रखंड विकास पदाधिकारी हरिमोहन कुमार, सीओ अजय कुमार सरकार, भवानीपुर थानाध्यक्ष रमेश कुमार साह दल बल के साथ घटना स्थल पहुंचे और फायर ब्रिगेड की टीम को स्थल पर बुलाने का कार्य करने लगे. घटना के करीब एक घंटा के बाद बिहपुर थाना से छोटी फायर ब्रिगेड की गाड़ी पहुंची तो लोगों को थोड़ी हिम्मत आई. लेकिन देर से फायर ब्रिगेड की गाड़ी पहुंचने पर लोगों का आक्रोश का सामना भी करना पड़ा. छोटी फायर ब्रिगेड की गाड़ी ने आग बुझाना शुरू किया तो लोगों ने पानी और सुखी मिटटी भी देना शुरू कर दिया लेकिन जब तेज पछुआ हवा बह रही थी तो आग और बढ़ता जा रहा था. लोगों का मांग हो रहा था कि बड़ी फायर ब्रिगेड की गाड़ी भेजी जाए. इसके बाद आधा-आधा घंटा के अंतराल पर एक के बाद एक छोटी बड़ी ग्यारह दमकल की गाड़ी पहुंची पॉच घंटे की मशक्कत बाद आग पर काबू पाया गया. लेकिन आग की लपटें जहां-तहां फिर से शुरू हो रही थी.

फसल कटनी का समय होने के कारण अधिकतर लोग अपने अपने खेतों पर थे. घर में महिला बच्चे एवं मवेशी ही था जिसके कारण आग बढ़ता गया. जिस व्यक्ति के घर में आग लगा उसे मोबाइल के माध्यम से खेतों में सूचना मिली तो वह खेत छोड़कर जैसे तैसे घर की और भागा. खेत से घर पहुंचा तो देखा घर जलकर राख हो चुका है लेकिन यहां सिवाय बेबशी के कुछ न बचा था. इधर घटना की जानकारी मिलते ही भागलपुर एडीएम महफूज आलम,नवगछिया एसडीएम उत्तम कुमार,डीसीएलआर महेशवर प्रसाद सिंह,एसडीपीओ दिलीप,पीएचसी प्रभारी डा.विनोद कुमार ऐंबुलेंस एवं स्वास्थ्य कर्मी के साथ खरीक, नदी थाना, बिहपुर, झंडापुर, भवानीपुर, नवगछिया, रंगरा, गोपालपुर, परबत्ता, करवा, ढोलबज्जा थाना की पुलिस समेत कई अंचल के सीओ देर रात तक घटनास्थल पर अग्नीपीड़ीत परिवार के सहयोग के लिए कैंप किए हुए थे.

पीडितों का था बुरा हाल

अग्नीकांड के पीड़ित अरविंद यादव, कारे यादव, अनिजर यादव, पुलकित यादव, बतिस यादव, सतीश यादव, ज्योतिष यादव, त्रिभुवन यादव, आनंदी यादव, मनोज यादव, महेश यादव, दिलीप यादव, बिभिषण यादव, भिखारी यादव का रो रो कर बुरा हाल था. इन लोगों के घरों में कुछ भी नहीं बचा है. अग्नि की प्रचंड लौ दे कर मौके पर ही दो महिला भी बेहोश हो गई. पीएचसी नारायणपुर से पहुंची मेडिकल टीम ने उसे ऑक्सीजन देकर होश में लाया और प्राथमिक उपचार किया. आग लगने की सूचना पर पीएचसी नारायणपुर से दो एंबुलेंस और मेडिकल की पूरी टीम वहां पहुंच गई थी. आग लगी के बाद चापाकलों से पानी निकलना बंद हो गया था. नवगछिया के एसडीओ उत्तम कुमार के निर्देश पर यथा संभव चापानलों को ठीक कराया गया और आग लगी में खराब हो गयी नल जल योजना को भी प्रारंभ कर दिया गया. फिलहाल स्थल के आस पास प्रशासनिक स्तर से प्रकाश की व्यवस्था की गयी है और बिजली को विच्छेदित कर दिया गया है.

समाजसेवियों ने की मदद

देर शाम समाजसेवी अजय कुमार रविदास के द्वारा सुखा राशन चुड़ा गुड़ शक्कर का वितरण किया जा रहा था. जबकि बिहपुर विधानसभा के विधायक ई कुमार शैलेंद्र कुमार, लोजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष सुरेश भगत, प्रमुख प्रतिनिधि मंटू यादव, जिप सदस्य उषा मिश्रा, मुखिया प्रतिनिधि पवन सिंह समेत अन्य ग्रामीण भी मौके पर देर रात तक कैंप करते देखे गये.

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