भागलपुर/ निभाष मोदी
संगोष्ठी में वक्ताओं ने अंबेडकर के विचारों पर डाला प्रकाश, कहा- आज के युवाओं को संघर्ष करो शिक्षित बनो और एकजुट रहकर आगे बढ़ो के सूत्र को लेकर आगे बढ़ना होगा
भागलपुर।संविधान रचयिता बाबा साहेब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर कि आज 132वीं जयंती बरारी क्षेत्र अंबेडकर भवन में मनाई गई, कार्यक्रम का आयोजन एससी एसटी कर्मचारी संघ जिला इकाई भागलपुर शाखा के द्वारा की गई , कार्यक्रम में उद्घाटन कर्ता के रूप में जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन वही मुख्य अतिथि के रूप में भागलपुर के वरीय पुलिस अधीक्षक आनंद.
कुमार थे विशिष्ट अतिथि के रूप में नगर आयुक्त डॉ योगेश सागर आयकर आयुक्त शशी रंजन जिला शिक्षा पदाधिकारी संजय कुमार वरीय कोषागार पदाधिकारी श्यामाकांत मेहरा उपस्थित थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता अंबेडकर विचार विभाग के सेवानिवृत्त प्रधानाध्यापक सह विभागाध्यक्ष डॉक्टर विलक्षण रविदास कर रहे थे।
कार्यक्रम की शुरुआत विधिवत दीप प्रज्वलन से की गई जिसमें जिला अधिकारी सुब्रत कुमार सेन वरीय पुलिस अधीक्षक आनंद कुमार के अलावे कई वरिष्ठ व विशिष्ट अतिथियों के कर कमलों द्वारा सामूहिक रूप से किया गया उससे पहले बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा पर सबों ने श्रद्धा सुमन पुष्प अर्पित किए उसके बाद बुद्ध का पाठ किया गया फिर बच्चों द्वारा संविधान प्रस्तावना पढ़ी गई, बच्चों के स्वागत गान से कार्यक्रम की शुरुवात हुई, कार्यक्रम के दौरान मुख्य अतिथि एवं विशिष्ट अतिथि को पुष्प गुच्छ एवं अंग वस्त्र देकर सम्मानित किया गया।
उसके बाद संगोष्ठी सत्र का आयोजन किया गया जिसकी अध्यक्षता एससी एसटी कर्मचारी संघ भागलपुर के अध्यक्ष सह बिहार वित्त सेवा के विरेंद्र कुमार कर रहे थे जिसमें मुख्य वक्ता के रूप में सेवानिवृत्त प्रधानाध्यापक अंबेडकर विचार विभाग के डॉक्टर विलक्षण रविदास से साथ छात्र कल्याण संकाय के अध्यक्ष डॉक्टर योगेंद्र महतो थे, वही सेवानिवृत्त बैंक अधिकारी पूर्व संगठन सचिव विभूति राम थे, सबों ने बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर के विचारों पर प्रकाश डाला और बाबा साहब के दिए गए सूत्र संघर्ष करो शिक्षित बनो और एकता में पिरो कर आगे बढ़ो की बातों को अपनाने की बात कही गई, उसके बाद सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया जिसमें कलाकारों ने एक से बढ़कर एक प्रस्तुति देकर लोगों के मन मोह लिए।
वहीं जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने भी अपने उद्बोधन में युवाओं को देश के प्रति सच्चा समर्पण एवं सच्ची निष्ठा व देशभक्ति दिखाने की बात कही उन्होंने कहा बाबा साहब को सच्ची श्रद्धांजलि तब मिलेगी जब हम उनके पद चिन्हों पर चलें और देश को और विकसित और विकासशील बनाएं।उन्होंने बाबा साहव की कई बातों को सामने रखा, उन्होंने कहा बाबा अंबेडकर के विचारों को अपनाना चाहिए।