कहीं केंद्र था बंद तो कहीं मिली भारी अनियमितता
नवगछिया प्रखंड के उपप्रमुख गौतम कुमार ने फिल्मी स्टाइल में कोसी पार कदवा के कई आंगनबाड़ी केंद्र व स्कूलों में एमडीएम की जांच की । जांच में भारी अनियमितता देखने को मिला । सुबह 9 बजे सबसे पहले उपप्रमुख गौतम कुमार अपनें टीम के साथ मध्य विद्यालय भरोसा सिंह टोला कदवा पहुंचे जहां एनजीओ द्वारा मध्यान भोजन दिया जाता है विद्यालय में नामांकित बच्चों की संख्या 400 से अधिक हैं मगर स्कूल में महज एक दर्जन बच्चे ही उपस्थित थे ।
विद्यालय में जांच के क्रम में ना तो शिक्षक और ना ही बच्चों की उपस्थिति पंजी पर बनाई गई थी जबकि घड़ी में 9 बज चुके थे । वहां रसोइयों से बातचीत करने के क्रम में पता चला कि रसोईया प्रत्येक दिन स्कूल के समय में बाहर जाकर काम करते हैं । रसोइया का कहना था की हमें 1 साल में 8 ही महीने का वेतन मिलता है । रसोईया ने कहा कि अगर वे बाहर का काम नहीं करेंगे तो उनका परिवार नहीं चल पाएगा इसलिए जब खाना आता है तो वह भी वितरण करने चली आती है ।
विद्यालय के प्रधानाध्यापक ने कहा कि अभी कटनी का समय है बच्चे खेत में रहते हैं भोजन के समय स्कूल पहुंच जाते हैं । इसके बाद उपप्रमुख आंगनबाड़ी केंद्र 78 कदवा दियारा के प्राथमिक विद्यालय ठाकुर जी कचहरी टोला पहुंचे यहां बच्चों की उपस्थिति 18 थी लेकिन उपस्थित सेविका द्वारा 40 की संख्या बताई गई । जांच की सूचना मिलने पर तुरंत भोजन के लिए बर्तन को चूल्हे पर चढ़ाया गया था लेकिन 9:30 बजे तक भी कुछ भी भोजन तैयार नहीं हुआ था । छोटे बच्चे को महज थोड़ा सा बुनिया देखकर खुश करने का प्रयास किया गया था लेकिन उसमें भी आधे बच्चे ने ही बुंदिया का स्वाद लिया था ।
इसके बाद उप प्रमुख मध्य विद्यालय ठाकुर जी कचहरी टोला पहुंचे जहां स्थित आंगनबाड़ी केंद्र संख्या 78 में भारी अनियमितता मिली विद्यालय में चल रहे आंगनबाड़ी केंद्र में की सेविका गायब थी । केंद्र की सहायिका मौजूद थी जो बिना ड्रेस की थी उन्होंने बताया कि सेविका अपने घर में है । मौके पर केंद्र की सहायिका पहुंची जिन्होंने बताया कि मध्यान भोजन का दाल उनके घर में बनता है भात स्कूल में बनाया जाता है इसके बाद उपप्रमुख ने रजिस्टर की मांग की तो उसमें सेविका द्वारा हस्ताक्षर नहीं की गई थी । केंद्र की सहायिका समय से पूर्व ही प्रस्थान का भी समय भर चुकी थी ।
इसके बाद उपप्रमुख गौतम कुमार केंद्र संख्या 21 वार्ड संख्या 1 पहुंचे जहां सबसे ज्यादा अनियमितता व बदहाली की स्थिति देखी गई केंद्र की सहायिका उपस्थित नहीं थी केंद्र के सेविका द्वारा एक ही कक्षा में बच्चों की पढ़ाई व खाना भी बनाया जा रहा था जबकि कक्षा के बाहर बरामद खाली पड़ा था । रूम में मिट्टी के चूल्हे पर खाना तैयार किया जा रहा था जिसके धुंआ से पूरे रूम का माहौल पूरी तरह गर्म था । काफी गर्मी और गर्म चूल्हे के ताप के बीच कुछ नौनिहाल बैठे हुए थे । वहीं उप प्रमुख ने कहा कि यहां भारी अनियमितता है केंद्र की सेविका व सहायिका द्वारा लूट मचा कर रख दिया गया है और इस गर्मी और चूल्हे के तपन से बच्चों के सेहत पर इसका बहुत बुरा असर पड़ेगा ।
वही निरीक्षण के क्रम में उप प्रमुख मध्य विद्यालय कासिमपुर कदवा पहुंचे जहां उन्होंने प्रधानाध्यापक से जानकारी ली मिड डे मील की जांच हेतु उन्होंने पुलाव सब्जी को प्रधानाध्यापक के साथ चखा । इसके बाद उप प्रमुख मध्य विद्यालय जंगली टोला कदवा पहुंचे जहां 4 शिक्षक में से 2 शिक्षक अनुपस्थित थे । एक शिक्षक छुट्टी में होनें के बावजूद कॉलम को खाली रखा गया था एक के बारे में जातीय जनगणना में शामिल होने की बात बताई गई । विद्यालय में 2 शिक्षक मौजूद थे । बच्चों को भोजन कराया जा रहा था । इसके बाद व ऑगनबाडी केंद्र संख्या 82 पहुँचे जहां छुट्टी के समय के पूर्व ही बच्चे जा चुके थे । बताया गया कि केंद्र पर सहायिका मौजूद थी जो बिना ड्रेस कोड की थी । मौके पर सेविका के बारे में बताया गया कि उनके बेटे की तबीयत खराब है इसलिए वह कहीं बाहर है रजिस्टर को छुपा कर रख दिया गया है अभी रजिस्टर का कॉलम खाली है सेविका के आने के बाद उस पर हस्ताक्षर किया जाएगा ।
जांच के बाद उपप्रमुख गौतम कुमार ने बताया कि कोसी पार कदवा में आंगनवाड़ी केंद्रों पर सेविका सहायिका की मनमानी चलती है लगभग केंद्रों पर समय पर ना ही उनके द्वारा उपस्थिति पंजी पर हस्ताक्षर कर उपस्थिति बनाई जाती है ना ही बच्चों की बनाई जाती है 40 बच्चे की गिनती में महज 10 से 12 बच्चे रहते हैं जिन्हें ना तो ठीक से खाना मिलता है ना ही फल इत्यादि दी जाती है । कुछ ग्रामीणों ने बताया कि आंगनबाड़ी केंद्रों में अनियमितता का सबसे बड़ा कारण है कि यहां कोई भी जांच में नहीं पहुंचते हैं जो भी सरकारी पदाधिकारी पहुंचते हैं उन्हें मैनेज कर लिया जाता है इसलिए लूट मची रहती है वहीं उपप्रमुख गौतम कुमार ने ग्रामीणों की बात सुनने के बाद कहा कि वे इसके के लिए भागलपुर जिलाधिकारी को लिखेंगे और जल्द ही सभी सभी आंगनवाड़ी केंद्रों का निरीक्षण करवाया जाएगा ।