सुलतानगंज के मसदी गाँव के छात्र रोशन कुमार से सुने मनिपुर में हिंसा होने पर कितने लोगों का घर जला और कितने लोगों की मौत हुई|
भागलपुर; मनिपुर में दो समुदायों के बीच हिंसा होने पर लाखों घर आग के चपेट में होने पर कई लोगों की जान जाने पर भागलपुर सुलतानगंज के मसदी पंचायत के मसदी गाँव के रहनेवाले किसान संतोष मंडल के पुत्र रोशन कुमार मनिपुर हिंसा से वापस लौटने पर राहत की सांस लिया है| वही मसदी गाँव के छात्र रोशन कुमार ने बताया कि तीन वर्षों से मनिपुर के इमफाल पक्षिम जिला के लेगोल शहर में रहकर एनआई टी कॉलेज में बीटेक कोर्स की तैयारी कर रहे थे| 25 दिनों से मनिपुर के दुसरे जिले चुरा चन्द्रपुर में दो समुदायों के बीच हिंसा प्रर्दशन की खबर देखी जा रही थी| जो मनिपुर के कई जिले आग के चपेट में आने पर कई लोगों की मौत हो गई थी| हमारे जिले इमफाल पक्षिम में भी कॉलेज एनआईटी के समिप दो समुदायों के बीच हिंसा होने पर कॉलेज सहित पुरे ईलाको एंव बजारों में कर्फ्यू लागू होने पर हम लोगों को बाहर निकलना मुसकिल हो गया था| दो से तीन दिनों तक बिहार के लगभग 350 छात्र एंव छात्राएं भुखे रहकर किसी तरह अपना जीवन डर डर कर जीवन व्यतीत कर रहे थे| तभी कॉलेज के द्वारा सीआरपीएफ के सुरक्षा बलों को बुलाकर हम लोगो को इमफाल हवाई अड्डा तक पहुचाकर हवाई जहाज द्वारा गुहाटी भेज दिया| और वहाँ से अवद असम ट्रेन से नोगछिया से भागलपुर होते हुई सुलतानगंज के मसदी गाँव अपने घर बाई रोड पहुचने पर बहुत खुशी मिली है| वही छात्र के माता पिता ने भी बताया कि बहुत घबरा गये थे कि मेरा पुत्र कैसे आयेगे| पुत्र के आने पर खुशी मिलने की बात कहते हुए मसदी पंचायत के मुखिया निशा देवी सहित अन्य लोगों ने भी छात्र रोशन कुमार से मुलाकात करते हुए मनिपुर कि हिंसक घटना की जानकारी लेते हुए छात्र रोशन कुमार को शुभकामनाएं एंव बधाई दिए| और सरकार से भी आग्रह छात्र एंव माता पिता, मुखिया निशा कुमारी ने भी मांग किया है कि बिहार के दर्जनों छात्र जो मनिपुर में फंसे हुए हैं उसे जिन्दा वापस लाते हुए परिजनों को सौपा जाए| जिससे छात्र एंव छात्र के माता पिता खुशी जीवन जी सके कि बात कही|