भागलपुर के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी नीतेश कुमार ने बुधवार को गोपालपुर प्रखंड के तीन विद्यालयों क्रमश: मध्य विद्यालय लतरा,मध्य विद्यालय चपरघट व प्राथमिक विद्यालय गोपालपुर का औंचक निरीक्षण किया. निरीक्षण के बाद उन्होंने बताया कि सबसे भयावह स्थिति मध्य विद्यालय लतरा की है. स्थिति सबसे बद से बदतर कहा जा सकता है. छात्रों व शिक्षकों की उपस्थिति नहीं के बराबर थी.उन्होंने बताया कि मध्य विद्यालय चपरघट में 96 छात्र उपस्थित थे और मध्यान्ह भोजन बन रहा था.
प्राथमिक विद्यालय गोपालपुर में छात्रों की स्थिति काफी कम थी. विद्यालय भवन में विद्यालय का नाम भी लिखा हुआ नहीं था.जिस कारण प्रधानाध्यापक को कड़ी फटकार लगाया .जिला कार्यक्रम पदाधिकारी ने बताया कि मुख्य सड़क के किनारे स्थित रहने के बावजूद विद्यालय के भवन में विद्यालय का नाम अंकित नहीं था. उन्होंने एक सप्ताह के अंदर विद्यालय के भवन में विद्यालय के नाम को सुनिश्चित करने का निर्देश दिया.
प्राथमिक विद्यालय गोपालपुर में मध्याह्न भोजन लकड़ी पर बनाये जाने के कारण कार्रवाई करने की जानकारी दिया. मध्य विद्यालय लतरा के निकट शादी समारोह चल रहा था. जिसके कारण छात्रों की उपस्थिति नगनय थी. मध्याह्न भोजन भी नहीं बन रहा था.किसी भी विद्यालय के शिक्षकों का पाठ टिप्पणी नहीं मिला. उन्होंने बताया कि सभी शिक्षकों व प्रधानाध्यापकों पर कार्रवाई किया जाएगा.
साथ ही दो दिन के अंदर स्पष्टीकरण पूछा जाएगा कि क्यों ना आप लोगों के ऊपर कारवाई किया जाए.इस मौके पर गोपालपुर के बीआरपी रंजीत मालाकार भी मौजूद थे. रंजीत मालाकार ने बताया कि मध्याह्न भोजन कुछ विद्यालय में लकड़ी पर बन रहा है. जिसका रिपोर्ट मेरे द्वारा वरीय अधिकारियों को किया गया है. उन्होंंने कहा कि हर हाल में गैस पर खाना बनाना है. लेकिन कतिपय विद्यालयों के प्रधानाध्यापक द्वारा लकड़ी पर खाना बनवाया जा रहा है.