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निभाष मोदी, भागलपुर,
भागलपुर रेलवे स्टेशन में कौनस्टेबल पद पर 3 साल से थी कार्यरत, शादी के अभी साल भी नहीं हुए थे पूरे
भागलपुर से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां भागलपुर रेल महिला कॉन्स्टेबल ने पंखे से भूल कर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली हालांकि आत्महत्या के कारणों का अभी कुछ भी पता नहीं चल पाया है, अनुमान यह लगाया जा रहा है पारिवारिक विवाद में महिला पुलिसकर्मी ने फांसी लगाकर आत्महत्या की है ,यह भागलपुर रेलवे स्टेशन में कॉन्स्टेबल पद पर कार्यरत थी, मृतक कॉन्स्टेबल महिला की पहचान झारखंड के देवघर माधवपुर की रहने वाली नीतू कुमारी के रूप में हुई है, गौरतलब हो कि महिला कांस्टेबल नीतू आज 12 मई शुक्रवार को.
अपनी ड्यूटी में सुबह 6:00 बजे पोस्ट पर पहुंच गई थी और 2:00 बजे तक ड्यूटी भी की थी, ड्यूटी करने के बाद वह अपने कमरे में आई और यह घटना 2:45 से 3:00 दोपहर के बीच हुई है, जैसे ही नीतू के साथ रहने वाले उनकी और महिला सिपाही ने उसे पंखे से फंदे में झूलते देखा शोर शराबा मचाना शुरू कर दिया लेकिन जब तक उसे फंदे से नीचे उतारा जाता तब तक उसकी स्थिति नाजुक हो चुकी थी। उसे आनन-फानन में फंदे से उतारकर मायागंज अस्पताल ले जाया गया जहां चिकित्सक ने उन्हें मृत घोषित कर दिया, नीतू पिछले 3 साल से भागलपुर आरपीएफ विभाग में कार्यरत थी, यह 2020 बैच में नियुक्त हुई थी, इसकी यह पहली पोस्टिंग थी।
गौरतलब हो कि रेल महिला कॉन्स्टेबल नीतू कुमारी के पति प्राइवेट इंजीनियर हैं उनका प्राइवेट जॉब है, नीतू अपने मां पिता की इकलौती बेटी थी। नीतू कि उसके पति प्रशांत दीपक जो जसीडीह के कोराडीह के रहने वाले हैं से विवाद होने की आशंका जताई जा रही है। नीतू की शादी हुए महज एक साल भी ठीक से पूरे नहीं ही हुए थे, फिलहाल आरपीएफ के वरीय अधिकारी इस मामले की जांच में जुट गए हैं।
वही भागलपुर जवाहरलाल नेहरू चिकित्सा महाविद्यालय अस्पताल मायागंज में नीतू के शव के पास उसकी मौसी जो भागलपुर में ही रहती है पहुंची और उसे देखकर उसका रो-रोकर बुरा हाल है उसे कुछ समझ नहीं आ रहा आखिर यह सब कुछ कैसे हो गया। उसके बाद तकरीबन 4 से 5 घंटे बाद उसके मां पिता भी मायागंज अस्पताल पहुंचे और बेटी के शव को देखकर जोर-जोर से चिल्लाते हुए रोना शुरू कर दिया देखते ही देखते माहौल काफी गमगीन हो गया।
मृतिका कॉन्स्टेबल नीतू के पिता चिंतामणि चौधरी ने बताया यह आत्महत्या नहीं हत्या है, मेरे दामाद ने हीं सड़यंत्र के तहत मेरी बेटी की हत्या की है, मेरा दामाद कुछ भी काम नहीं करता था बदले में मेरी बेटी से हर महीने सारे पैसे ले लेता था नहीं देने पर जान से मारने की धमकी भी देता था और आज वही हुआ, 3 महीने पहले भी मेरी बेटी के साथ इसके परिवार वाले गाली गलौज और मारपीट किए थे, वही नीतू के पिता ने यह भी बताया कि मेरे दामाद और उसके मां पिताजी नशे का भी धंधा करते हैं। मेरी बेटी को मेरे दामाद और उनके मां पिताजी ने मिलकर ही मारा है ,मुझे न्याय चाहिए।