नवगछिया के कोसी पार बाबा बिशु राउत पुल के संपर्क पथ यानि कदवा के फोरलेन सड़क पर मक्के की तैयारी कर रहे दो किसानों को एक मैजिक वैन ने जोरदार धक्का मार भाग निकले. वहीं दोनों की घटनास्थल पर हीं मौत हो गई. घटना बुधवार की सुबह करीब 5:30 बजे की है. हादसे की सूचना मिलते हीं स्थानीय लोगों ने गंभीर रूप से चोटिल होकर गिरे दोनों घायलों को उठाकर आनन-फानन में इलाज के लिए अस्पताल ले जाने की तैयारी कर हीं रहे थे कि तब तक मौके पर हीं दोनों ने दम तोड़ दिया. दोनों मृतक कदवा ओपी थाना क्षेत्र के प्रतापनगर कदवा निवासी सुखदेव राय के पुत्र मातो राय (55) व उमेश सिंह के पुत्र गोपाल सिंह (37) है. मृतक मातो राय अपने पीछे पत्नी उर्मिला देवी समेत तीन विवाहित पुत्री को छोड़ गए तो,
वहीं मृतक गोपाल सिंह ने पत्नी गुंजन देवी समेत तीन नाबालिग पुत्रों को छोड़ गए. मौत के बाद दोनों मृतक के परिजनों में चित्कार मचा हुआ था. बताया जा रहा है कि- प्रतापनगर कदवा के फोरलेन सड़क पर मोहन सिंह के बसावटों समीप, सड़क के पश्चिमी लेन पर डिवाटर के बगल में हीं मातो राय ने सुखाई गई मक्के को बोरी में पैकिंग कर रहा था. वहीं पास में गोपाल सिंह भी बैठा था. इसी बीच भागलपुर से उदाकिशुनगंज जा रहे एक मैजिक पर मुर्गी के चूज़े लदे वाहन ने दोनों को रौंदते हुए भटगामा जीरोमाइल की तरफ भाग निकले.
लेकिन स्थानीय लोगों ने मैजिक का पीछा करते हुए चौसा के खलीफा टोला पुलिस चेक पोस्ट समीप बेरियर पर चालक समेत वाहन बीआर नंबर- 43जीए 7262 को पकड़ कर पुलिस को हवाले कर दिया. गिरफ्तार चालक मधेपुरा जिला अंतर्गत बिहारीगंज थाना क्षेत्र के मोहनपुर चौमो गांव निवासी सुभाष यादव के 19 वर्षीय पुत्र सुनिल कुमार है. घटना की सूचना मिलने पर पहुंचे कदवा ओपी पुलिस ने शव को उठा कर पोस्टमार्टम के लिए अनुमंडलीय अस्पताल नवगछिया भेज दिया.
25 दिन पहले अनहोनी की आशंका बताते हुए नवगछिया एसडीएम को दिया गया था आवेदन
बताते चलें कि- इन दिनों कदवा के सैकड़ों मक्का किसानों द्वारा अपने फसलों की थ्रेसरिंग से लेकर मक्का सुखाने व बेचे जाने तक का काम फोरलेन सड़क के दोनों तरफ बड़े बड़े पत्थर के टुकड़े रख, लेन को वनवे कर काम किया करते हैं. जहां सरकारी व निजी स्कूलों के अलावे कई निजी अस्पताल व संस्थान भी है. किसानों की इस हरकत से छोटे बड़े वाहनों के साथ साथ अन्य राहगीरों को काफी परेशानियां होती थी. वहीं कदवा के मिलन चौक स्थित मान्या पब्लिक स्कूल कदवा के निदेशक मुकेश कुमार ने बीते 22 अप्रैल को बड़े अनहोनी की आशंका जाहिर कर मक्का किसानों पर अंकुश लगाने के लिए कदवा ओपी थाना, नवगछिया एसडीएम व अन्य पुलिस अधिकारीयों को एक लिखित आवेदन भी दिया था. जो विभिन्न समाचार पत्रों व चैनलों पर भी इसकी खबर चली थी. जिस पर वरीय अधिकारियों के द्वारा ठोस कदम नहीं उठाया गया. स्थानीय कदवा ओपी पुलिस सभी मक्का किसानों से मिल व माईकिंग कर कई दिनों तक मना करते भी दिख रहे थे. लेकिन किसी ने पुलिस की बात नहीं माने. ना हीं प्रशासन कुछ कर पाए. सैकड़ों किसानों के द्वारा पुलिस की बातों को अनदेखी किए जाने के बाद आज दो किसानों की हीं मौत सड़क हादसे में हो गई.
घटना के बाद मक्का लेकर भागे सभी किसान
ज्ञात हो कि- आज कदवा के फोरलेन सड़क पर हुए सड़क हादसे में, दो की मौत हो जाने के बाद सड़कों पर मक्का सुखा रहे अन्य किसानों ने पुलिस प्रशासन के डर से आनन फानन में कच्चा, पक्का, मक्का और भुट्टा उठाकर अपने घर की ओर भागने लगे. मानों जैसे लग रहा था कि फोरलेन सड़क पर आंधी आ गई हो और देखते हीं देखते आधे घंटे में पूरी सड़क खाली हो गई. ग्रामीणों बता रहे थे कि यही एहतियात पहले बरती जाता तो आज दोनों की जिंदगी बचा रहता.
ग्रामीणों की मांग
कदवा के फोरलेन सड़क किनारे घनी आबादी के साथ साथ विभिन्न प्राकार के संस्थानों व चौक चौराहे है. जहां बाजार भी सजते हैं. आए दिन लोग छोटे बड़े सड़क हादसों का शिकार हो रहे हैं. पंचायत के मुखिया नरेश सिंह, सरपंच सिराज साह, समाजसेवी प्रिंस प्रभात व डॉ रंजीत कुमार के साथ अन्य ने नवगछिया एसडीएम उत्तम कुमार से घनी आबादी वाली जगहों के सड़क पर स्पीड ब्रेकर लगवाने की मांग कर रहे हैं.