डॉ नवीन चंद्र जायसवाल, निदेशक प्रमुख- स्वास्थ्य विभाग के पत्र के आलोक में जिलाधिकारी,भागलपुर द्वारा गठित त्रिसदस्यीय टीम ने अर्जुन कॉलेज ऑफ नर्सिंग,नवगछिया द्वारा एएनएम, जीएनएम एवं बीएससी नर्सिंग कोर्स 2023 सत्र से प्रारंभ करने हेतु भारतीय उपचर्या परिषद (आईएनसी) द्वारा स्थापित मापदंड के आधार पर सभी मूलभूत संरचना का विधिवत निरीक्षण कर रिपोर्ट निदेशालय में अग्रसर कार्यवाही हेतु समर्पित किया!
स्वास्थ्य निदेशालय के दिशा- निर्देश में सिविल सर्जन, भागलपुर द्वारा भी गठित त्रिसदस्यीय टीम ने भी महाविद्यालय के सभी वर्ग कक्षा, अस्पताल, विभिन्न प्रकार के लेबोरेटरी, ऑडिटोरियम, मल्टीपरपज हॉल, पुस्तकालय, प्राध्यापक कक्ष, प्राचार्य कक्ष, छात्र एवं छात्राओं का कॉमन रूम, ऑडियो-विजुअल रूम, खेल का मैदान आदि भौतिक संसाधनों एवं मानव संसाधनों की उपलब्धता का भौतिक सत्यापन कर स्वास्थ्य निदेशालय में रिपोर्ट अग्रतर कार्रवाई हेतु समर्पित किया।
जिलाधिकारी, भागलपुर एवं सिविल सर्जन, भागलपुर द्वारा समर्पित विस्तृत रिपोर्ट के सम्यक विचारोपरांत नर्सेज ट्रेनिंग, रिकग्निशन, एफीलिएशन एवं कंडक्ट आफ एग्जामिनेशन ऑफ स्कूल ऑफ नर्सिंग अधिनियम 1997 के अंतर्गत प्रावधानानुसार अर्जुन कॉलेज ऑफ नर्सिंग, नवगछिया को १०० सीट -एएनएम, १०० सीट-जीएनएम एवं १०० सीट- बीएससी नर्सिंग में संचालन करने हेतु अनापत्ति प्रमाण पत्र निर्गत किया गया।
स्वास्थ विभाग, बिहार सरकार के दिशा-निर्देश पर अर्जुन कॉलेज ऑफ नर्सिंग, नवगछिया के एएनएम, जीएनएम एवं बीएससी नर्सिंग के प्रशिक्षुओं को जवाहरलाल नेहरू अस्पताल-मायागंज, भागलपुर, सदर अस्पताल-भागलपुर, अनुमंडलीय अस्पताल-नवगछिया, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, बिहपुर एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, रंगरा चौक में क्लीनिकल प्रशिक्षण (वैधानिक रोग, विषयक एवं शय्या संबंधित) हेतु सिविल सर्जन-भागलपुर द्वारा अनुमति प्रदान की गई है!
अर्जुन कॉलेज ऑफ नर्सिंग, नवगछिया की अध्यक्ष नीलम देवी ने प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से बताया कि बिहार में ट्रेंड प्रशिक्षित नर्स की भारी कमी है। एवं कोरोना- काल के दोनों लहरों में इन प्रशिक्षित नर्सों की कमी को पूरी तरीके से महसूस किया गया एवं निर्णय लिया गया कि अर्जुन मेमोरियल ट्रस्ट के द्वारा एक भारत का विशिष्ट नर्सिंग कॉलेज की स्थापना नवगछिया में की जाएगी।
यह नर्सिंग कॉलेज उत्तरी एवं पूर्वी बिहार का एकलौता महाविद्यालय है जहां बांका, भागलपुर, मुंगेर, पूर्णिया, सहरसा, कटिहार, अररिया, किशनगंज, मधेपुरा बेगूसराय सुपौल, झारखंड, पश्चिम बंगाल आदि क्षेत्र के छात्र-छात्राएं महाविद्यालय में उच्च स्तरीय प्रशिक्षण का लाभ उठा पाएंगे।