ना ही रेलवे स्वास्थ्य कर्मी थे साथ ना ही रेलवे प्रशासन, नशे में धुत था ठेला चालक व उसके सहकर्मी
भागलपुर,एक तरफ जहां भारतीय रेलवे के चिकित्सा विभाग सुविधाएं मुहैया कराने के लिए कई वायदे करते दिखती है वहीं दूसरी ओर रेलवे स्वास्थ्य विभाग की पोल खोलती तस्वीर भागलपुर की सड़कों पर आए दिन देखने को मिलती है। आज भी कुछ ऐसी ही तस्वीर भागलपुर की सड़कों पर देखने को मिली जहां एक अज्ञात शव को एक ठेले पर दो युवक खींचते हुए पोस्टमार्टम के लिए ले जा रहे थे, जिस ठेले पर शव रखा हुआ था उस ठेले में भी ना तो ब्रेक था और ना ही टायर में हवा, वही ठेला चालक और.
उसके सहयोगी के मुंह से शराब की भी बू आ रही थी, उस अज्ञात शव के साथ ना तो कोई रेलवे स्वास्थ्य विभाग के कर्मी थे और ना ही रेलवे पुलिस प्रशासन के कोई लोग, वही उत्तर प्रदेश का कृष्ण कुमार भागलपुर में रहकर यही काम किया करता है जितने भी रेलवे में अज्ञात शव मिलते हैं दो पैसों के लिए उसे अपने ठेले पर लेकर पोस्टमार्टम हाउस तक पहुंचाता है,
वीडियो में भी आप साफ तौर पर देख सकते हैं कि उत्तर प्रदेश का रहने वाला किशन कुमार और उसके सहयोगी बेझिझक उस ठेले पर शव को ले जा रहे हैं ना कोई चिंता और ना ही कोई फिकर उनका साफ तौर पर कहना है कि रेलवे के स्वास्थ्य विभाग में एंबुलेंस नहीं है जिसके चलते हम लोगों को ठेला पर शव को इस तरह से पोस्टमार्टम के लिए ले जाना पड़ता है जिसके बदले में दो पैसे हमें मिल जाता है।