पूर्व में बिहार कृषि विश्वविद्यालय के द्वारा माननीय कुलपति डॉ डीआर सिंह के नेत्रित्व एवं मार्गदर्शन में कस्तूरबा गाँधी बालिका विद्यालय सबौर को गोद लिया गया है ताकि बालिकाओं में कृषि शिक्षा के प्रति रुझान पैदा किया जा सके एवं कुपोषण के प्रति जागरूकता लाया जाय | इन्हीं उद्देश्यों की पूर्ति के लिए समय-समय पर विश्वविद्याल के वैज्ञानिकों की टीम कस्तूरबा विद्यालय में विभिन्न गतिविधियाँ आयोजित करती है साथ ही विश्वविद्यालय की गतिविधियों में बालिकाएं भी भाग लेती हैं |
इसी कड़ी में दिनांक 30/05/2023 को बालिकाओं के बीच मौसमी फलों के स्वास्थ लाभ एवं मूल्य संवर्धन के तकनीक पर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया | इस कार्यक्रम की अध्यक्षता बिहार कृषि विश्वविद्यालय सबौर के माननीय कुलपति की धर्मपत्नी व विश्वविद्यालय की प्रथम महिला श्रीमती प्रतिमा सिंह जी ने किया | इस अवसर पर उन्होंने कहा कि आम फलों का राजा है एवं लीची को फलों की रानी कहा जाता है, ऍम और लीची के सेवन के बिना गर्मी का मौसम अधुरा है |
आम और लीची पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं एवं इनके सेवन से नाना प्रकार के स्वास्थ लाभ मिलते हैं | इस अवसर पर कीट विज्ञान विभाग के वैज्ञानिक डॉ किरण कुमारी ने आम एवं लीची के पोषक महत्त्व, प्रजाति एवं उपयोग के विषय में विस्तार से जानकारी दी साथ ही कृषि विज्ञान केंद्र, सबौर के गृह विज्ञान के वैज्ञानिक श्रीमती अनीता कुमारी ने इस अवसर पर इन फलों के औषधीय गुण एवं मूल्य संवर्धन व परिरक्षण के विषय में विस्तार से बताया | इस कार्यक्रम में विद्यालय के 95 छात्राओं, वार्डन श्रीमती प्रियंका कुमारी तथा श्रीमती रानी कुमारी इत्यादि उपस्थित थे | कार्यक्रम का संचालन श्रीमती अनिता कुमारी ने किया । इस विषय की जानकारी विश्वविद्यालय के पीआरओ डॉ राजेश कुमार ने दी।