लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों व कर्मियों पर हो विधि संवत कार्रवाई- महापौर
भागलपुर के सैंडिस कंपाउंड में स्मार्ट सिटी के तहत बने स्विमिंग पूल में स्मार्ट सिटी प्रबंधन और जिला प्रशासन की घोर लापरवाही देखी गई ,बीते दिनों शुक्रवार को एक 21 वर्षीय लड़का स्विमिंग करने के दौरान डूब गया जिससे उसकी स्थिति काफी नाजुक हो गई वहां पर एंबुलेंस नहीं रहने के चलते उसे आनन-फानन में मोटरसाइकिल पर बैठाकर मायागंज ले जाया गया वही मायागंज पहुंचते ही उस लड़के को चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया,
अब सवाल यह उठता है कि इतने बड़े स्मार्ट सिटी के तहत बने प्रोजेक्ट में स्विमिंग पूल के साथ ट्रेनर की जो बात थी वह उस समय क्यों नहीं थे साथ ही इतने बड़े कैंपस में एक एंबुलेंस की भी व्यवस्था क्यों नहीं मुहैया कराई गई है ,प्रशासन पर यह सवालिया निशान खड़े हो रहे हैं, शहर में इतनी बड़ी घटना हो जाती है और नगर आयुक्त के पास जब मीडिया बात करने जाती है तो नगर आयुक्त साफ तौर पर कैमरे के सामने कुछ भी बताने से इंकार कर रहे हैं इससे साफ जाहिर हो रहा है कि स्मार्ट सिटी प्रबंधन और जिला प्रशासन इसमें पूर्णरूपेण दोषी है।
इसी बाबत आज शहर के लोगों में आक्रोश दिख रहा है, महापौर डॉक्टर वसुंधरा लाल ने कहा स्विमिंग पूल में 21 वर्ष के युवक की डूबने से मौत हो गई यह शहर के लिए दुखद खबर है, इस पर जिला प्रशासन को संज्ञान लेने की जरूरत है , ना तो वहां प्रशिक्षक है और ना ही एंबुलेंस की सुविधा जिसके चलते यह घटना घटित हुई है साथ ही उन्होंने आक्रोशित शब्दों में कहा कि दोषियों पर सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए जिससे आगे फिर इस तरह की घटना ना हो, वही प्रत्येक दिन सैंडिस कंपाउंड मैदान में टहलने के लिए आने वाली एक युवती ने कहा अगर इस स्विमिंग पूल में प्रशिक्षक रहते तो शायद इतनी बड़ी घटना नहीं होती यह स्मार्ट.
सिटी प्रबंधन और जिला प्रबंधन की लापरवाही है वही भागलपुर शहर के समाजसेवी बंटी यादव ने कहा ओलंपिक के आधार पर यहां के स्विमिंग पूल को तैयार किया गया है जिसकी गहराई साडे 8 फीट है लेकिन छोटे-छोटे बच्चों और मस्ती करने के लिए आने वाले बच्चों के लिए साढ़े चार फीट से 6 फीट के हाइट की स्विमिंग पूल होनी चाहिए थी अगर इस तरह इस पर अभी भी संज्ञान नहीं लिया गया तो शहर के लोग कैसे इस स्विमिंग पूल का आनंद ले पाएंगे, वहीं उन्होंने कहा जिला प्रशासन और स्मार्ट सिटी प्रबंधन अगर इस पर विशेष पहल करें तो शायद यह दुर्घटना फिर नहीं होगी।