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ऑनलाइन धोखाधड़ी का मामला होगा दर्ज

नवगछिया साइबर अपराधों में हो रही वृद्धि तथा प्रायः नई चुनौतियों से निपटने के लिए साइबर अपराध की रोकथाम हेतु आरक्षी विभाग बिहार पटना के अधिसूचना के आलोक में बिहार के प्रत्येक जिले (रेल थाना सहित) में साइबर पुलिस थाना स्थापित किया गया है। इसी कड़ी में शुक्रवार काे नवगछिया एसपी सुशांत कुमार सरोज ने नवगछिया एससीएसटी थाने के प्रथम तल पर साइबर क्राइम थाने का विधिवत रूप से फिता काटकर उद्घाटन किया। उद्घाटन में नवगछिया एसडीपीओ दिलीप कुमार, मुख्यालय डीएसपी सुनील कुमार पांडे मुख्य रूप से उपस्थित थे। मौके पर एसपी ने थानाध्यक्ष कक्ष, सिरिश्ता व कंप्यूटर कक्ष को भी देखा।

थाना में फिलहाल पुलिस अधिकारी व महिला सिपाही तैनात किया गया है। थाना में 24 घंटे पुलिस बल तैनात रहेगा। साइबर थाना नवगछिया के प्रभारी थानाध्यक्ष मुख्यालय डीएसपी सुनील कुमार पांडे को बनाया गया है। वही सर्किल इंस्पेक्टर राकेश रंजन सिंह अपने अंचल के कर्तव्य के अलावे साइबर थाना के काम मे सहयोग करेंगे। इस माैके पर एसपी सुशांत कुमार सरोज ने कहा कि साइबर थाने में थानाध्यक्ष के अलावे एएसआई चनवीर यादव का पदस्थापन किया गया है। वही एक महिला सिपाही अंजू कुमारी की पदस्थापना किया गया है। एसपी ने कहा आगे समय मे पदाधिकारी को बढ़ाया जाएगा।

मौके पर पुलिस जिले के सभी सभी थानाध्यक्ष, सर्किल इंस्पेक्टर व अन्य पुलिस पदाधिकारी मौजूद थे। एसपी श्री सरोज ने कहा कि पुलिस सदैव आमजन की सेवा के लिए तत्पर है। पुलिस का निरन्तर प्रयास है कि साइबर अपराधों पर अंकुश लगाकर अपराधियों को हर हाल में सलाखों के पीछे भेजा जा सके। साइबर थाने में ऑनलाइन धोखाधड़ी से जुड़ा मामला आएगा। यहां पर कांड दर्ज की जाएगी। इसके अनुसंधानक इंस्पेक्टर स्तर के पदाधिकारी रहते हैं। एसपी ने कहा पहले भी अन्य थाना में कांड दर्ज की जाती थी। अब भी वो प्रावधान है। पब्लिक या परिवादी की मर्जी है वे कही भी साइबर अपराध से जुड़ा मामला दर्ज करा सकते हैं।

वही कांड के अनुश्रवण या प्रवेक्षण मुख्यालय डीएसपी थानाध्यक्ष के प्रभार में दूर करेंगे। वही पुलिस अधीक्षक के स्तर से भी मामले की जांच की जाएगी। एसपी ने कहा जितने भी लोग साइबर फ्रॉड के शिकार हैं, वे साइबर थाना आएं प्राथमिकी दर्ज कराएं। सोशल साइट व पोस्ट के माध्यम से भी कांड दर्ज होगा।
एसपी ने लोगो से अपनी निजी जानकारी किसी अनजान व्यक्ति से सांझा न करने की अपील की है। एसपी ने कहा, साइबर थाने में ऑनलाइन इंटरनेट से संबंधित वित्तीय अपराध की शिकायत, महिलाओं के विरुद्ध ऑनलाइन इंटरनेट उत्पीड़न से संबंधित शिकायत, बच्चों व व्यषकों के विरुद्ध ऑनलाइन इंटरनेट उत्पीड़न की शिकायत,

इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी एक्ट 2000 के अधीन परिभाषित किए गए सभी प्रकार के अपराध से जुड़े मामले, सूचना पंक्ति, नेटवर्क कम्प्यूटर संसाधन- कंप्यूटर सिस्टम से संबंधित शिकायत दर्ज होगी। एसपी ने कहा साइबर फ्रॉड के शिकार लोग सबसे पहले साइबर पोर्टल पर या 1930 पर कॉल कर डिटेल बता देने से पैसा होल्ड हो जाएगा और तबतक पीड़ित थाना पहुंच कर कांड दर्ज कराएगा। इससे पुलिस जल्दी साइबर अपराधी तक पहुंच जाएगा। साइबर थाना के स्थापित होने से साइबर फ्रॉड मामले का जल्द उद्भेदन, अपराधियों की गिरफ्तारी, पैसा रिकवर हो सकेगी। इससे धीरे धीरे साइबर अपराध में कमी आएगी। वहीं मौके पर कई पुलिस पदाधिकारी मौजूद थे ।

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