किसान सलाहकारों ने शनिवार को अनुमंडल कृषि कार्यालय परिसर में धरना दिया। इससे कार्यालय के कामकाज में बाधा आई। इस दौरान धरनार्थियों ने मुख्यमंत्री एवं कृषि मंत्री के विरोध में जमकर नारेबाजी की। नवगछिया के किसान सलाहकार गौतम कुमार ने कहा कि 22 मई को सेवा स्थाई करने व वीएलडब्ल्यू के पद पर किसान सलाहकारों को समायोजित करने की मांग को लेकर आंदोलन किया जा रहा है।
वो लोग कृषि विभाग में जमीन से जुड़े कर्मी और कृषि कार्यो में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही है। किंतु सरकार उनलोगों की उपेक्षा कर रही है। इन्हीें उपेक्षापूर्ण नीतियों की वजह से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाना पड़ा है।
किसान सलाहकार हितेश कुमार ने कहा कि हड़ताल पर जाने के कारण खरीफ कार्यशाला, मिट्टी जांच और कृषि इनपुट अनुदान वितरण जैसा काम पूरी तरह ठप्प पड़ गया है।
किसान सलाहकारों ने कहा कि अगर शीघ्र उनकी मांगें नहीं पूरी हुई तो कृषि विभाग में ही तालाबंदी कर कामकाज ठप कर दिया जाएगा। नवगछिया प्रखंड के हितेश चंद्र, रंगरा के बालकिशोर यादव, इस्माइलपुर के राजीव कुमार, खरीक के ब्रजेश कुमार, बिहपुर के अशोक यादव, नारायणपुर के मृत्युजय कुमार मंडल, कमल किशोर कुमार, सत्येंद्र कुमार, गोपालपुर के अमजद, निरोज यादव, दीपक कुमार, विभिषण कुमार, रंगरा के मनीष कुमार मौजूद थे।