मैंने ही चुराई थी तुम्हारी साइकिल,मुझे माफ करना.. एक महीने बाद चोर बच्चे की जागी ईमानदारी
किसी ने सत्य ही कहा है कि सुबह का भूला अगर शाम को घर आ जाए तो उसे भूला नहीं कहते, अब भी ईमानदारी और सच्चाई है बांकी,ऐसा ही कुछ वाक्या भागलपुर में हुआ है, जहां एक चोर बच्चे की ईमानदारी चोरी करने के 1 महीने बाद जाग गई, इतना ही नहीं उसने चोरी किया सामान भी लौटा दिया साथ ही माफीनामा पत्र भी रख कर गया,
दरअसल भागलपुर के औद्योगिक थाना क्षेत्र अंतर्गत ज्योति विहार कॉलोनी में लगभग 1 महीने पहले एक बच्चे की साइकिल घर से चोरी हो गई थी, परिवार वाले भी आश्चर्यचकित रह गए कि आखिरकार ऐसा कौन चोर था जिसने घर के अंदर आने की हिमायत तो की लेकिन केवल साइकिल चुरा कर चला गया, फिर घर के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरे के फुटेज को खंगाला गया तो उसमें एक बच्चा चोरी के इरादे से सेंधमारी करते हुए नजर आ रहा था वही कुछ देर बाद मौका पाते ही वह घर के अंदर रखी साइकिल लेकर रफूचक्कर हो गया,
लेकिन फिर कुछ ऐसा हुआ जो किसी ने नहीं सोचा था एक महीने बाद चोर बच्चे की इमानदारी जाग गई और उसने अपनी गलती का पश्चाताप करने का सोच लिया, फिर क्या चुपके से घर के पास साईकल को लगाया और साथ में खुद की गलती स्वीकार करते हुए एक पत्र भी रखकर गया, जिसमें टूटी फूटी हिंदी में लिखा था.. मेरा नाम अर्णव है मैंने ही तुम्हारा साईकल लिया था, मेरे दोस्त ने ऐसा करने को कहा था, मेरे दोस्त पर इल्जाम मत लगाना और पत्र के पीछे लिखा था I am sorry, लेकिन एक महीने बाद अपनी साईकल को पाकर अनमोल खुश है, उसने कहा कि घर में किसी ने नही सोचा था कि चोरी हुआ साईकल वापस मिलेगा लेकिन ऐसा हुआ है, साईकल में थोड़ा नुकसान जरूर हुआ है लेकिन मैं इसे पाकर अब खुश हूं।