पार्षदों ने जताया विरोध, कहा- बैठक में नहीं बुलाना जनप्रतिनिधियों का अपमान है
नगर सरकार बनाने के 5 माह बाद अब सियासी खटपट चरम पर पहुंच गई है गुरुवार को नगर निगम सभागार में बकरीद को लेकर शांति समिति सदस्यों के साथ बैठक हुई बैठक में 20 साल से मेयर डिप्टी मेयर समेत प्रमुख पार्षद शामिल होते रहे हैं लेकिन मैं डॉक्टर वसुंधरा लाल व डिप्टी मेयर सलाउद्दीन हसन देर शाम तक इंतजार करते रहे लेकिन नगर आयुक्त ने उन्हें मीटिंग में.
आने का बुलावा नहीं भेजा बिना इसकी मौजूदगी ही शांति समिति सदस्यों संघ बैठक करनी पार्षदों ने कहा कि यह जनप्रतिनिधियों का अपमान है हम नहीं सहेंगे चाहे हमें सड़क से सदन तक क्यों न जाना पड़े हम इसका पुरजोर विरोध करते हैं और जरूरत पड़ी तो आंदोलन भी करेंगे।