नवगछिया के रंगरा चौक प्रखंड क्षेत्र के तिनटंगा दियारा के ज्ञानी दास टोला में कटाव निरोधी कार्य के आड़े आ रहे नौ कमरे के पक्के के मकान को बिना मकान मालिक की सहमति के जनप्रतिनिधियों एवं कटाव निरोधी कार्य करवा रहे ठेकेदार ने मिलकर जबरन जेसीबी से तोड़ डाला. इस बीच मकान मालिक आदर्श कुमार व पिता योगेंद्र ठाकुर एवं घर की महिलाएं अपना मकान बचाने के लिए जनप्रतिनिधियों से हाथ जोड़कर आरजू मिन्नत करते रहे. जब जनप्रतिनिधियों ने इनकी एक भी नहीं सुनी तो इन्होंने रंगरा थाना अध्यक्ष बिट्टू कुमार कमल को फोन पर मामले की जानकारी दी.
थानाध्यक्ष ने कहा कि आप थाना में आवेदन दीजिए. लेकिन रंगरा पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचने की जहमत तक नहीं उठाई. थानाध्यक्ष से काम बनता नहीं देख अंचलाधिकारी आशीष कुमार को फोन मिलाया , तो उन्होंने कहा कि मकान तोड़ते हुए आप उनका वीडियो बना लीजिए. अलबत्ता की कोई भी प्रशासनिक पदाधिकारी इस मामले को सुलझाने के लिए घटनास्थल पर नहीं पहुंचे. थक हार कर मकान को छोड़कर योगेंद्र ठाकुर और उनके पुत्र आदर्श कुमार रंगरा थाना व अनुमंडल पहुंचकर वहां आवेदन दिया.
आदर्श ठाकुर ने बताया कि अपने परिवार व बच्चों के साथ इस बरसात में कहां बिताएंगे हम अपने बाल बच्चों के व परिवार के साथ. मकान मालिक योगेंद्र ठाकुर के पुत्र आदर्श कुमार कहते हैं कि रविंद्र महतो ने मकान मुआवजा दिलाने के नाम पर लाखों रुपए की अवैध उगाही की है.इनके द्वारा वार्ड क्षेत्र 10 के दर्जनों लोगों से मोटी रकम की उगाही कर करके ऐसे लाभुकों को लाभ दिया गया जिनका मकान ही नहीं था जिनका मकान टूटा या ध्वस्त हुआ वैसे पीड़ित को दरकिनार कर दिया.
जिसका घर कटा भी नहीं है वैसे लोगों को सरकारी अनुदान की ₹95000 की राशि दिलवा दिया है. जबकि मेरे नौ कमरे के मकान को तोड़ने में रविंद्र महतो की प्रमुख भूमिका है. मैं सिर्फ मुआवजे की मांग कर रहा था. परंतु इन लोगों ने मेरी एक भी नहीं सुनी और जबरन मेरे पक्के के मकान को तोड़ दिया. अब हम लोग अपने बाल बच्चों को लेकर इस बरसात में कहां जाएं. न तो प्रशासन मेरी बात सुन रहे हैं और न ही जनप्रतिनिधि.