नवगछिया के रंगरा थाना क्षेत्र के ज्ञानी दास टोला में बुधवार की दोपहर को गंगा नदी में कटाव निरोधी कार्य कर रहे जल संसाधन विभाग के ठेकेदार एवं स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने मिलकर तिनटंगा दियारा के ज्ञानी दास टोला के योगेंद्र ठाकुर के नौ कमरों के पक्के के मकान को जेसीबी से जबरन तोड़ दिया . हालांकि मकान मालिक योगेंद्र ठाकुर और उनके पुत्र आदर्श कुमार ने अपने मकान को बचाने हेतु रंगरा थाना और रंगरा के अंचलाधिकारी को मोबाइल से गुहार लगाया. परंतु किसी ने भी घटनास्थल पर तत्काल जाना भी उचित नहीं समझा. परिणाम उनके मकान को पूरी तरह ध्वस्त कर दिया गया.
थक हार कर योगेंद्र ठाकुर ने मामले की लिखित सूचना रंगरा ओपी, रंगरा अंचलाधिकारी और नवगछिया अनुमंडल पदाधिकारी को दिया .दूसरे दिन प्रभात खबर में प्रमुखता से खबर प्रकाशित होने पर रंगरा पुलिस घटना के दूसरे दिन हरकत में आई और घटनास्थल पर पहुंचकर मामले की तहकीकात में जुटी. ज्ञानी दास टोला पहुंचे रंगरा थाना के सहायक अवर निरीक्षक ललन झा ने पीड़ित परिवार की समस्या को सुना और उनके कथन को कलमबद्ध किया. आसपास के लोगों से भी घटना की जानकारी लिया.
इसके अलावे कटाव निरोधी कार्य कर रहे संवेदक से भी इस संबंध में पूछताछ कर उनका बयान भी लिया. पीड़ित परिवार ने बताया कि जनप्रतिनिधि और जल संसाधन विभाग के ठेकेदार ने बिना किसी नोटिस व बिना मेरी सहमति व बिना मेरे घर को जोर जबर्दस्ती जमींदोज कर दिया. जिस कारण बरसात में खुले आसमान में पीडित परिवार रहने को विवश है.सात सदस्यों का यह परिवार आज ठेकेदार और जनप्रतिनिधियों की दबंगई से दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर है. इन्हें देखने वाला कोई नहीं है. यहां तक की स्थानीय प्रशासन स्तर पर भी इन्हें अब तक कोई भी सहायता प्रदान नहीं की गई है.जिस कारण अब पीडित परिवार मानवाधिकार आयोग का दरवाजा खटखटाने की तैयारी में है.
घटना के दो दिन बाद भी अब तक रंगरा थाना में पीड़ित परिवार के आवेदन पर मामला दर्ज नहीं किया गया है. इस संबंध में रंगरा थानाध्यक्ष बिट्टू कुमार कमल ने बताया कि मामला कटाव निरोधी कार्य से जुडा है. ठेकेदार को मकान तोड़ने का आदेश दिया गया था और पीड़ित परिवार के द्वारा अंचलाधिकारी और अनुमंडल पदाधिकारी को भी लिखित आवेदन दिया गया है. बात मुआवजे की है. अंचलाधिकारी और अनुमंडल पदाधिकारी महोदय इस संबंध में जैसा निर्देश देंगे वैसा किया जाएगा.