डीआइजी भागलपुर विवेकानंद ने पुलिस अधीक्षक नवगछिया कार्यालय का निरीक्षण किया. विभिन्न शाखाओं में संधारित अभिलेखों की जांच की गयी. अपराध शाखा, हिंदी शाखा, डीसीबी, सामान्य शाखा के अभिलेखों का निरीक्षण किया गया. निरीक्षण के क्रम में जो कमी पायी गयी उस ओर पदाधिकारियों का ध्यान आकृष्ट करवाया गया. सुधार लाने का निर्देश दिया गया है. खासकर अपराध शाखा के अभिलेख में गुणवत्ता पूर्ण प्रविष्टि करने की आवश्यकता बतायी गयी. एसडीपीओ एवं इंसपेक्टर के कार्यों की समीक्षा अभिलेख मंगवाकर किया गया. उसमें भी सुधार लाने की आवश्यकता बतायी गयी. एसडीपीओ के द्वारा किये जाने वाले प्रर्यवेक्षण कार्य का भी मुआयना किया गया.
जिसमें देखा गया कि कई बार पर्यवेक्षण टिप्पणी विलंब से दिया गया है. यह भी पाया गया कि इंस्पेक्टर निरीक्षण कार्य में रुचि नहीं ले रहे हैं. देखा गया कि आने के चार माह बाद इंस्पेक्टर ने थाने का निरीक्षण नहीं किया है. पुलिस मैनुअल के अनुसार प्रत्येक वर्ष दो बार सभी थानों का निरीक्षण किया जाना है. आने वाले समय में इस दिशा में सुधार नहीं हुआ तो कार्रवाई की बात कही गयी है.
डीआइजी ने बताया कि नवगछिया पुलिस जिला में ट्रैफिक थाना के लिए प्रस्ताव भेजा गया है. वह गृह विभाग में लंबित है. इस वर्ष के अंत तक यहां ट्रैफिक थाना खुल जायेगा. डीएसपी मुख्यालय का एक पद बिहपुर के लिए सृजित किया गया है. इसके लिए भी प्रस्ताव भेजा गया है. प्रस्ताव स्वीकृत होने के पश्चात बिहपुर में एक डीएसपी मुख्यालय रहेंगे.
डीआइजी विवेकानंद ने बताया कि नवगछिया पुलिस ने इंटेलीजेंस यूनिट को काफी मजबूत किया है. हाल के दिनों में पांच कुख्यात अपराधियों को गिरफ्तार किया है. पुलिस मुख्यालय को इसकी जानकारी है. पुलिस सम्मान समारोह में इन लोगों को सम्मानित किया जायेगा.
उन्होंने बताया कि सावन को लेकर बांका, भागलपुर व नवगछिया में बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं. ट्रैफिक रेगुलेट करना पुलिस के लिये चुनौती है. सीमित संसाधन में हम बेहतर कार्य कर रहे हैं.