शुक्रवार को देर रात निशा पूजा के बाद ही रंगरा दुर्गा मंदिर का पट खुल गया है और अपने सिंघासन पर मातारानी विराजमान हो गयी हैं. महाअष्टमी के दिन माता रानी की पूजा वैदिक विधि विधान से मंदिर के पुरोहित पंडित शंभुनाथ वैदिक द्वारा कराया गया. पंडित वैदिक ने कहा कि यहां होने वाली पूजा अन्य मंदिरों से अलग है. यहां माता की राजसी पूजा वैदिक विधि विधान के साथ कि जाती है. पंडित श्री वैदिक ने कहा कि वे 22 वर्षों से इस मंदिर के पुरोहित हैं. उन्होंने कहा कि यहां की माता का वैभव लगातार बढ़ता जा रहा है. शारदीय नवरात्र के अवसर पर माता के दर्शन मात्र से उनकी कृपा दृष्टि हो जाती है. कोरोना को लेकर इस बार कई तरह के आयोजन नहीं किये जा रहे हैं. लेकिन लोग सोसल डिस्टेंसिंग में भक्ति भावना के साथ माता की पूजा आराधना कर रहे हैं. पूजनोत्सव में समस्त ग्रामीणों की भागीदारी है.