भागलपुर,एक तरफ सुशासन बाबू राजनीति की कुर्सी पर बैठने के लिए उतारू होने बैठक में मुंबई पहुंचे हैं वहीं दूसरी ओर बिहार का हाल खस्ता है, सुशासन का दावा करने वाली नीतीश सरकार के राज में जंगल राज साफ तौर पर दिख रहा है, किसी भी गांव में मुखिया की ऐसी दबंगई आपने आज तक कभी नहीं देखी होगी, गांव तो छोड़िए साहब,लोकपाल के कार्यालय में आकर खुलेआम लोकपाल व दर्जनों जेई के सामने शिकायतकर्ता बाप बेटे को जमकर दबंग मुखिया ने पीटा, इतना ही नहीं दोनों बाप बेटे को लहू लुहान कर दिया।
मामला भागलपुर समाहरणालय स्थित लोकपाल कार्यालय का है जहां मनरेगा में 62 लाख 98 हजार लगभग 63 लाख का घोटाला का मामला था जो मुखिया के ऊपर चल रहा था मदरौनी पंचायत के मुखिया अजित कुमार सिंह उर्फ मुन्ना के खिलाफ इस गांव के एक ही परिवार के बाप बेटे ने शिकायत दर्ज की थी जिसकी आज सुनवाई थी इस दौरान मुखिया और शिकायतकर्ता में बहस शुरू हुई और लोकपाल के सामने दबंग मुखिया ने दोनों बाप बेटे को बुरी तरह मार पीट कर घायल कर दिया दोनों बाप बेटे लहूलुहान हो गए, इसको लेकर लोकपाल कार्यालय से पुलिस को सूचित किया गया और दोनों बाप बेटे और विपक्षी पार्टी मुखिया को पुलिस थाने ले गई, वही बाप बेटे को इंजरी कटा कर इलाज के लिए भेज दिया गया दूसरी ओर मुखिया ने भी थाने में लिखित शिकायत बाप बेटे के खिलाफ की है पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।
इस मामले को लेकर लोकपाल आलोक मिश्रा का कहना है कि आज मदरौनी पंचायत के मुखिया अजित कुमार सिंह उर्फ मुन्ना पर अमरेंद्र कुमार और उसके बेटे बृजेश कुमार ने शिकायत की थी जिसको लेकर आज सुनवाई थी । मैं बुक देख ही रहा था तभी दोनों में झड़प हो गई और मुखिया ने जमकर दोनों बाप बेटे को घायल कर दिया हम लोग काफी डरे और सहमें है, हम लोग बिल्कुल असुरक्षित हैं मैंने इससे पहले जिलाधिकारी एवं अन्य वरीय पदाधिकारी को सुरक्षा को लेकर आवेदन भी दिया है लेकिन अभी तक इस पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है अगर यहां सुरक्षा का कोई इंतजाम नहीं किया गया तो कभी भी यहां बड़ी घटना घट सकती है।
वहीं केस करने वाले अमरेंद्र कुमार और उसके पुत्र बृजेश कुमार ने कहा – मदरौनी पंचायत के मुखिया अजित कुमार सिंह उर्फ मुन्ना काफी दबंग है और वह किसी की बात नहीं सुनते वह सिर्फ और सिर्फ मनरेगा के तहत कार्य होने वाले योजना में घोटाले बाजी करते हैं उनके खिलाफ जो भी आवाज उठाते हैं या शिकायत दर्ज करते हैं मुखिया उसे काफी प्रताड़ित करता है लेकिन यह कब तक सहन किया जाएगा इस पर संज्ञान लेने के लिए मैंने विभाग को आवेदन दिया था और मैं स्थल जांच की भी बात कही थी लेकिन आज कार्यालय में दबंग मुखिया ने हम दोनों पिता पुत्र को काफी बुरी तरह से मारा है यह कहीं से सही नहीं है मैं मुखिया के खिलाफ केस करूंगा और जिलाधिकारी को भी इसकी सूचना दूंगा।
अब देखने वाली बात यह होगी कि दोषियों पर कब कानूनी प्रक्रिया के तहत सजा दी जाती है या फिर मनरेगा का काम ऐसे ही बंदर बांट से चलता रहेगा?