- एसडीआरएफ की टीम ने किया काफी प्रयास लेकिन कुछ भी पता नहीं चल पाया
एसडीआरएफ द्वारा लापता लोगों की तलाश के लिए गंगा नदी में चलाए जा रहे रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान देश जाम उस समय लोगों की आंखें फटी रह गई जब गंगा नदी में खून के फव्वारे देखे गए. करीब 2 फीट की परिधि तक नदी का पानी लाल दिखने लगा था. एसडीआरएफ की टीम के साथ साथ घाट पर मौजूद बड़ी संख्या में ग्रामीणों को लगा कि नीचे नौका हादसे में लापता हुए किसी व्यक्ति की लाश है. एसडीआरएफ की टीम ने उक्त स्थल पर काफी खोजबीन किया लेकिन एसडीआरएफ की टीम को कुछ भी हासिल नहीं हुआ. देर शाम 5:30 तक रेस्क्यू ऑपरेशन बंद कर दिया गया था. एसडीआरएफ के सदस्यों ने बताया कि अब वह लोग सुबह में लापता लोगों की तलाश करेंगे.
समय रहते प्रशासनिक पदाधिकारियों ने तेज गति से चलाया बचाव कार्य
जैसे ही नौका हादसे की सूचना जगजाहिर हुई तो सबसे पहले गोपालपुर थाना के थाना अध्यक्ष कुणाल आनंद चक्रवर्ती मौके पर पहुंच गए और उनके स्तर से गोपालपुर पीएचसी को मामले की सूचना दिलवाया गया. गोपालपुर पीएचसी के प्रभारी डॉ सुधांशु ने तत्काल गंगा तट पर एंबुलेंस भेज दिया जिससे नदी से निकाले गए गंभीर महिलाओं और लड़कियों को गोपालपुर पीएचसी लाया गया. महज 15 से 20 मिनट में ही गोपालपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र परिसर में 25 बेड लगवा दिए गए. जिसके कारण डूबने से गंभीर हो चुकी महिलाओं और लड़कियों को प्राथमिक चिकित्सा दी गई और सबों को बचा लिया गया. डॉ सुधांशु ने जानकारी देते हुए कहा कि गोपालपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में उन्होंने 18 रोगियों को भर्ती किया. जिसमें पांच मरीजों को घर भेज दिया गया जबकि बाकी का इलाज किया जा रहा है. डॉ सुधांशु ने कहा कि डूबने से गंभीर हालत में आ गई सभी महिलाओं और लड़कियों की स्थिति सामान्य है. देर रात तक डॉ सुधांशु लगातार मरीजों की निगरानी कर रहे थे. दूसरी तरफ दिन भर गंगा घाट पर दो एंबुलेंस अस्थाई रूप से रखा गया था.