*यहाँ जमा रहता है सालों भर वर्षा का जल
बिहपुर:एक तरफ बिहार सरकार के गाँव में गली गली सड़क-नाले का दावा कर रही है तो दूसरी ओर प्रखंड के झंडापुर पश्चिम पंचायत के वार्ड एक,दो और मड़वा पूरब पंचायत के वार्ड तीन की तीन हज़ार से अधीक की आबादी वर्षा जल के जमाव से हीं त्रस्त है । इन दोनों गाँव के बीचों बीच एक सड़क है एनएच-31 को झंडापुर बाज़ार से जोड़ती है । सड़क के किनारे पर नौ फिट का खड्डा है जिसमें जलकुंभी सालोंभर तैरते नज़र आते हैॆं । वर्षा के दिनों में सड़क के उपर सामान्य रुप से दो फिट जबकी सड़क के बीच में चार से पांच फीट पानी जमा हो जाता है ।
एक तफर जहाँ बच्चों के जान का खतरा तो दूसरी तरफ सड़क से जरा सा भी इधर उधर होने पर बड़ों के भी डूबने का भी खतरा । और उस पर फैलती असहनीय बदबू । मच्छरों के आतंक से फैलते डेंगू और मलेरिया आदि की बीमारी । ना कभी चिकित्सालय के द्वारा डीडीटी का छिड़काव और ना हीं प्रतिनिधियों के द्वारा कोई पहल । हद तो यह है की इन सबके बीच एक विद्यालय भी है जिसमें नन्हे-मुन्ने नित्य पढाई करते हैं । विद्यालय के प्रांगण में भी जलकुंभी तैरते नज़र आते है और नित्य बच्चे गंदे जल के बीच दिन बिताते हैं । इस सड़क पर जलजमाव की समस्या को लेकर हर व
र्ष ग्रामिण प्रखंड के पदाधिकारी को जानकारी देते हैं पर समस्या धरी की धरी रह जाती है । चाहे विधानसभा का चुनाव हो या पंचायत का चुनाव प्रतिनिधि इस मुद्दे को भुनना नही भूलते । पर जैसे हीं चुनाव में जीत कर जाते हैं दुबारा पलट कर इस समस्या की तरफ देखते भी नही हैं ।
वर्षा जल से नारकीय जीवन जी रहे इन दोनो पंचायतों के आवाम को आज तक इस समस्या का समाधान नही मिल पाया है । कई ग्रामीण तो अपना पैसा लगा कर पुल पुलिया बना कर घर में प्रवेश करते हैं । गंदगी तैरते इस जल से फैलने वाली बदबू से लोग घरों में ठीक से खाना तक नही खा पा रहे हैं । जानकार बताते हैं की दोनो हीं पंचायत सभी वार्ड में सरकारी गढ्ढा है जिसपर 95% अतिक्रण कर लिया गया जिससे गाँव में जलनिकासी की विकट समस्या उत्पन्न हो गई । वर्तमान में दोनो पंचायतों के जलनिकासी का यह खड्डा एकमात्र विकल्प रह गया है। ग्रामीण सत्यम ,मनोज आदि बताते हैं की प्रतिनिधि और पदाधिकारी की उदासीनता ने निराश कर दिया है । इन लोगों को इस समस्या के निजात पाने का अब कोई हल कहीं नही दिखाई दे रहा है ।