विपिन ठाकुर, वरिष्ठ पत्रकार , गोपालपुर ।
गोपालपुर – गुरुवार को तिनटंगा करारी गाँव के दर्शनिया घाट पर हुई दुर्घटना में महिलाओं व बच्चों की मौत ने विकास की पोल खोल कर रह दी है. बताते चलें कि नवगछिया अनुमंडल गंगा व कोसी नदी के कछार में स्थित है.
हर वर्ष यहां के लोग बाढ व कटाव का दंश झेलने को विवश हैं. यहाँ जीविका का मुख्य साधन खेती है और अधिकांश खेत -खलिहान गंगा व कोसी नदी के पार दियारा में अवस्थित है. फलत: किसानों व मजदूरों के दियारा जाने व आने का एकमात्र साधन नाव ही है.
संपन्न किसान स्वयं अपना नाव रखते हैं. बटाईदार किसान व मजदूर भाडे के नाव का उपयोग दियारा आने व जाने के लिए करते हैं. जल्दी दियारा जाने की हडबडी में बराबर कहीं ना कहीं इस तरह की दुर्घटना आम बात हो गई है. दुर्घटना के बाद आला अधिकारियों द्वारा अवैध नाव के परिचालन व ओवर लोड नाव के परिचालन पर रोक लगाने का निर्देश देते हैं.
परन्तु कुछ दिनों बाद पुरानी व्यवस्था शुरु हो जाती है. क्योंकि पेट की आग बुझाने हेतु महिलाओं व छोटे -छोटे बच्चों को जान हथेली पर रख कर नाव के सहारे दियारा आना व जाना पडता ही है.