बिहपुर: शुक्रवार की रात प्रखंड के मड़वा पूरब पंचायत के हृदीचक-औलियाबाद में जश्न-ए-गौसुलबरा शान के साथ संपन्न हुआ।जिसकी सदारत सुन्नी जामा मस्जिद शेखटोला झंडापुर के इमाम व ख़तीब हाफिज व कारी मो. राकिम रजा रज़वी ने किया।इस मौके पर उन्होंने कहा कोई शरीयत के इल्म के बगैर लक्ष्य हासिल नहीं कर सकता है।अल्लाह के वली जो भी थे।वे सारे शरीयत का इल्म जानते थे।बुजुर्ग वही होता है,जो इस्लाम के कायदे पर अमल करता हो।वहीं जामा मस्जिद बलहा के इमाम मौलाना मुर्शीद रजा रजवी हसनी ने कहा कि गौस पाक वली बनकर ही तशरीफ लाए थे।उन्होंने कहा कि गौस पाक मां के पेट में ही 18 सिपारे कुरान याद कर लिए थे।जलसे की कयादत कर रहे अहमद रजा सुन्नी जामा मस्जिद हृदीचक के.
इमाम पीर-ए- तरीकत आशिक ताजुश्शारिय हजरत हाफ़िज़ व कारी मो.मोबाश्शीर रज़ा रज़वी ने कहा कि गौस पाक के पिता भी अल्लाह के वली थे।मां भी नेक थी।अल्लाह की बलिया थी।जब मां-बाप नेक होगें तो जरूर पक्के नेक होंगे।गौस पाक का दर्जा तमाम वलियों से बड़ा है।वहीं नात खानी में मुस्तफा मौलाना नैय्यर जमाली भागलपुरी व बुलबुले बागे मदीना आफताब रजा ने गौस पाक के शान में मनकबत लोगों को सुनाया।इस मौके पर कारी हसनैन रजा रजवी,मौलवी सरफराज रजा व क्षेत्र कई उलेमा भी मौजूद रहे।कार्यक्रम का समापन सलाम व फातिहा के बाद हुआ।कार्यक्रम के संचालन में मो.रुस्तम,मुमताज,सज्जाद खलीफा,ऐनुल,मोइन मस्तान,जब्बार व मो.निसार समेत अन्य ग्रामीणों की भागीदारी रही।