नवगछिया बाजार स्थित बड़ी दुर्गा महारानी मंदिर में दुर्गा पूजा और मेला के शांतिपूर्ण समापन को लेकर बिहारी अतिथि सदन में श्री श्री 108 दुर्गा पूजा समिति की बैठक हुई। इस बैठक में पूजा से लेकर मेला और विसर्जन के सफलतापूर्वक संपन्न होने पर धन्यवाद प्रस्ताव पारित किया गया। कुछ महीने पूर्व समिति के एक अहम सदस्य गुड्डू भगत के आकस्मिक निधन को लेकर मौन रखा गया। सभी ने एकमत से कहा कि उनकी कमी पूरी नहीं की जा सकती। मां दुर्गा से उनके परिवार के लिए प्रार्थना की गई।
कोषाध्यक्ष शिवशंकर उर्फ बबलू भगत के संचालन में हुई बैठक में मंदिर के भीतर श्रद्धालुओं के लिए पूजा की नई व्यवस्था की समीक्षा की गई। नई व्यवस्था के तहत महिलाओं के प्रवेश और निकास के लिए अलग-अलग द्वार होने से श्रद्धालुओं को काफी राहत रही, वहीं पुरुषों के लिए अगली बार से स्पेस थोड़ा और बढ़ाने पर बल दिया गया। अष्टमी, नवमी और दशमी को नवगछिया बाजार के हर वर्ग और आसपास के गांव-देहात से आए लोगों से समिति सदस्यों को इस व्यवस्था के लिए काफी साधुवाद मिला। समिति के सदस्यों ने इस व्यवस्था को समाज के सहयोग से आगे और सुदृढ़ किए जाने पर विचार किया।
दुर्गा पूजा समिति के सचिव विजय भगत और बबलू भगत ने आय-व्यय के विषय पर अपनी बात रखते हुए समाज के हर वर्ग के लोगों से मिले सहयोग के लिए आभार ज्ञापित किया। इस दिशा में बुद्धिजीवियों की राय से भविष्य में जोड़ी जाने वाली एक नई व्यवस्था पर भी चर्चा हुई। समाज में रचनात्मक और सकारात्मक सहयोग की भावना रखने वाले कुछ युवाओं का समिति में स्वागत किया गया। छोटू भगत ने कहा- पॉजिटिव एप्रोच रखने वाले ऐसे युवाओं का समिति खुले दिन से स्वागत करती है।
समिति सदस्यों ने पूरे दुर्गा पूजा के दौरान एसपी, एसडीएम, नवगछिया थानाध्यक्ष, महिला और पुरुष सुरक्षा बल, नगर परिषद प्रशासन, सभापति प्रतिनिधि प्रेम सागर उर्फ डब्लु यादव, स्थानीय वार्ड पार्षद रंजीत भगत उर्फ मुन्ना भगत, स्थानीय प्रिंट और डिजिटल मीडिया के साथियों की ओर से मिले सकारात्मक सहयोग के लिए उनके प्रति आभार प्रकट किया।
बैठक में इस बात की भी चर्चा हुई कि समाज में कुछ निंदा करने वाले, काम बिगाड़ने वाले असमाजिक तत्व भी मौजूद हैं, जो अक्सर आयोजन में किसी भी तरह से बाधा पहुंचाने की फिराक में रहते हैं। निलेश कुमार ने कहा कि ऐसे असामाजिक तत्व शुरुआत से ही सहयोग के नाम पर दूरी बनाए रखते हैं और पूजा के दौरान दुष्प्रचार, निंदा और षड्यंत्र में लगे रहते हैं। बैठक में तय हुआ कि उन असामाजिक तत्वों को टें-टें करनेवाले तोता-मैना की तरह इग्नोर करना है और इनका आयोजन से दूर रहना ही बेहतर है।
वहीं दूसरी ओर कई जरूरी विषयों पर समिति सदस्यों के अभिभावक स्वरूप वरिष्ठ जनों के सुझाव आए। अजय शंकर प्रसाद, संजय भगत, कृष्ण कुमार भगत, प्रो नागेंद्र भगत, अनिल प्रसाद उर्फ मुन्ना भगत की ओर से आए सुझावों को दर्ज किया गया। इन सलाहों और सुझावों पर अमल करने और उस दिशा में अगले वर्ष से जरूरी कदम उठाए जाने पर सहमति बनी।
इस बैठक में सुजीत उर्फ छोटू भगत, अभिषेक भगत, गगन कुमार, गौरीशंकर भगत, सुजीत भगत-2, राजीव भगत, हर्ष कुमार, लालू गुप्ता उर्फ लिली, गोल्डी और अन्य सदस्य भी मौजूद थे। निलेश कुमार भगत ने धन्यवाद ज्ञापन किया।