मंदिर की इतिहास करीब 230 वर्ष है पुराना
बिहपुर प्रखंड स्थित बिहपुर मध्य पंचायत के वार्ड नंबर 01 में स्थित मां छोटी वाम काली मंदिर का इतिहास करीब 230 वर्ष पुराना है। इस मंदिर के प्रति लोगों की गहरी आस्था है।माना जाता है कि मां कि चौखट पर मांगी गई हर मुरादे देर- सबेर जरूर पूरी होती है।कार्तिक कृष्णपक्ष की अमावास्या तिथि की निशा रात्रि को यहां मां की पूजा वैदिक व तांत्रिक विधि से होती है। मंदिर के प्रधान पुजारी मरवा गांव निवासी चंद्रशेखर झा के पूर्वज करते आ रहे हैं।वहीं पूजा समिति के प्रधानमंत्री अरुण.
साह कसेरा व सचिव जागेश्वर मोदी बताते हैं कि इस मंदिर के विकास एवं पूजा में टोला समेत पूरे ग्रामीणों का सहयोग समिति को मिलता है। मंदिर में पहली बलि सार्वजनिक दिया जाने की परम्परा आज भी है।इस बार काली पूजा 12 नवंबर की शाम को तथा प्रतिमा विसर्जन 13 नवंबर को होगा। बड़ी मां (मां वाम काली) की तरह यहां की प्रतिमा का विसर्जन स्थानीय थानाघाट सरोवर में किया जाता है। यहां की प्रतिमा भी माँ काली के विसर्जन शोभायात्रा के समय शोभायात्रा में शामिल होती है ।