बिहार में कोरोना वायरस की संख्या प्रति प्रत्येक दिन बढ़ती जा रही है इसको देखते हुए अब राज्य के सभी सरकारी मेडिकल काॅलेज अस्पताल में कोरोना के मरीजों का इलाज होगा। इस संबंध में स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव उदय सिंह कुमावत ने निर्देश जारी किया है। कोरोना के लिए डेडिकेटेड एनएमसीएच पटना, एएनएमसीएच गया और जेएलएनएमसीएच भागलपुर को छोड़कर अन्य सभी छह सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पतालों के प्राचार्य और अधीक्षक को इस संबंध में प्रधान सचिव ने निर्देश दिया है।
स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव ने अपने निर्देश में कहा है कि अपने-अपने संस्थान में कोरोना मरीजों के इलाज के लिए अलग भवन को चिन्हित करें और उनमें सौ-सौ आइसोलेशन बेड की व्यवस्था करें ताकि वहां कोरोना मरीजों का इलाज किया जा सके। उदय सिंह कुमावत ने कहा है कि राज्य के सभी 38 जिलों को सभी 9 मेडिकल कॉलेज अस्पताल से जोड़ा गया है। इन मेडिकल कॉलेजों में संबंधित जिलों के कोरोना मरीजों का इलाज किया होगा।
इस अस्पताल में इन जिलों के कोरोना मरीजों का इलाज
पीएमसीच पटना-पटना, सारण, सिवान, गोपालगंज
डीएमसीएच दरभंगा-दरभंगा, मधुबनी, समस्तीपुर, सुपौल, बेगूसराय
एसकेएमसीएच मुजफ्फरपुर-सीतामढ़ी, मुजफ्फरपुर, शिवहर
वर्द्धमान आयुर्विज्ञान संस्थान नालंदा-नालंदा, नवादा, शेखपुरा
जीएमसीएच बेतिया- पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण
कर्पूरी ठाकुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल मधेपुरा-सहरसा, मधेपुरा, पूर्णिया, अररिया, कटिहार,किशनगंज
तीन कोविड डेडिकेटेड अस्पतालों इन जिलों के कोरोना मरीजों का इलाज
एनएमसीएच पटना-भोजपुर, बक्सर, वैशाली, रोहतास, कैमूर
जेएलएनएमसीएच भागलपुर-भागलपुर, बांका, मुंगेर, खगड़िया, जमुई, लखीसराय
एएनएमसीएच गया-गया, औरंगाबाद, जहानाबाद, अरवल