बिहपुर: रविवार को देश के प्रथम राष्ट्रपति डा.राजेन्द्र प्रसाद की 140 वीं जयंती प्रखंड कांग्रेस भवन एवं शहीद गेट,बिहपुर के पास मनाई गई।जिसकी अध्यक्षता व संचालन प्रखंड कांग्रेस अध्यक्ष मो.ईरफान आल आलम ने किया।प्रखंड अध्यक्ष श्री आलम ने कहा कि स्वतंत्र भारत के प्रथम राष्ट्रपति बने डा. राजेन्द्र प्रसाद के आदर्श व विचार वर्तमान समय में और अधिक प्रसांगिक हो गई है।इस मौके पर पूर्व पंसस खुर्शीद आलम, मृत्यंजय मिश्रा,
जैनूल अंसारी, जावेद खां व बिहपुर विस युवा कांगेस के अध्यक्ष आरीफ रजा समेत अन्य कई कांग्रेसी शामिल थे।श्री आलम ने कहा कि नौ जून 1930 को राजेंद्र बाबू अपने पटना के सहयोगियों के साथ बिहपुर पहुंच गए।नौ जून को ही तीसरे पहर स्वराज आश्रम से सटे बागीचे में स्वयंसेवकों की एक आमसभा हुई । जहां राजेंद्र बाबू समेंत अन्य लोग भी थे।उनके पास पहुंचकर फिरंगी पुलिस उन पर बेहरमी से लाठी बरसाने लगी।वहां पर राजेंद्र बाबू के शरीर के उपर लेटकर उन्हें पड़ रही लाठियों को क्रांतिकारियों ने अपने शरीर पर खाकर इन्हें बचाने का कार्य भी किया था ।