भागलपुर के जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज फर्स्ट ईयर के एक छात्र ने फंदा लगाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली थी घटना शनिवार की रात की है घटना की जानकारी मिलने के बाद छात्रों में काफी आक्रोश देखा गया जिसको लेकर उन्होंने जस्टिस फॉर रंजीत रंजन के नारे लगाते दिखे और सभी मेडिकल के छात्रों ने मिलकर ओपीडी बंद कर धरने पर बैठ गए हैं उन लोगों की मांगे हैं जो फर्स्ट ईयर का छात्र रंजीत रंजन था वह कॉलेज के रवैया से काफी प्रताड़ित हुआ था वह काफी गरीब परिवार से तालुकात रखता था वह किसी तरह पढ़ाई कर रहा था कॉलेज प्रबंधन छात्रावास के लिए पहले ही शुल्क ले लेती है लेकिन ढाई वर्ष बाद उसे हॉस्टल देती है.
जिसके चलते छात्र काफी परेशान रहते हैं कई मूलभूत सुविधाएं भी हॉस्टल में नहीं रहने के कारण फर्स्ट ईयर का छात्र काफी परेशान था जिसके चलते उसकी पढ़ाई भी बाधित हो रही थी और परीक्षा में भी उसके पेपर खराब चल गए थे वह काफी डिप्रेशन में था जिसके चलते उसने यह कदम उठाया इसको लेकर छात्र-छात्राओं ने ओपीडी को बंद कर दिया है जिसको लेकर रोगियों को भी काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है । प्रदर्शनकारी छात्रों का कहना है जब तक रंजीत रंजन को जस्टिस नहीं मिल जाता तब तक हम लोग यह प्रदर्शन जारी रखेंगे । वही जवाहरलाल नेहरू चिकित्सा महाविद्यालय के पदाधिकारी अभी तक किसी भी तरह का ठोस निर्णय नहीं ले पाए हैं जिससे छात्रों में और भी आक्रोश है।