भागलपुर : लगातार जीवन बचाने के अभियान में जुटी जीवन जागृति सोसाइटी के द्वारा स्थानीय व्यायाम शाला में उपस्थिति में छात्रों को सीपीआर सिखाने का कार्यक्रम किया। सी पी आर( कार्डियो पल्मोनरी रीससीटेशन)यानी हृदय और सांस को पुनर्जागृत करने की विधि को जीवन जागृति सोसाइटी की टीम जगह-जगह जा कर के सिखाने का काम कते आ रही है। संस्था के अध्यक्ष डॉ अजय सिंह ने बताया कि देखा जा रहा है कि डांस करते हुए गीत गाते हुए एवम जिम में वर्कआउट करते हुए हार्ट अटैक हो जाता है और मौत के शिकार हो जा रहे हैं । हार्ट अटैक आने के बाद वहां उपस्थित लोग यह नहीं देखते है कि उनकी स्थिति कैसी है क्या उनके धड़कन और सांस बची है लगभग बंद हो चुकी है। बंद हो रही धड़कन और सांसे को यदि पहले सी पी आर दे कर पुनर्जागृत कर लें तो वह जिंदा अस्पताल ले जा सकते हैं और वहां उचित ईलाज के साथ चंगे हो सकते हैं।
इस तरह से कोई भी आम व्यक्ति जो चिकित्सक नही है तो भी मरते हुए व्यक्ति की जान बचा सकता है। इस कार्यक्रम में उपस्थित एन डी आर एफ से ट्रैंड आशीष कुमार ने दुर्घटना होने पर आसपास मौजूद समान जैसे पेपर, चप्पल, गमछा रूमाल के मदद से रक्त प्रवाह रोक सकते है, स्प्लिंट बना सकते हैं।गर्दन में चोट होने पर पेपर का कालर भी प्रशिक्षण लने वाले को बना के दिखाया साथ ही कहीं से रक्त स्राव हो रहा हो तो उसको बंद करने का उपाय, कील या छड़ किसी अंग में घुस गया हो तो क्या करना बातों को भी बताया। डॉ सिंह ने प्रशिक्षण लने वाले को बताया की दुर्घटनाग्रस्त व्यक्ति को अस्पताल पहुंचाने पर सुप्रीम कोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि अब डरे नहीं, बल्कि सरकार ऐसे गुड सिमेरिटन को जो दुर्घटना ग्रस्त व्यक्ति को अस्पताल पहुंचाते हैं उनको 5000 रुपए तक इनाम भी देती है .