बिहपुर:बुधवार को राज्य के विभिन्न जिलों से पांच दर्जन से अधिक मत्स्य पालक राज्य सरकार के भ्रमण दर्शन योजना के तहत बिहपुर पहुंचे थे।जहां इन्होंने बगरी रेलवे ओवर ब्रिज के समीप स्थित दिव्या हेचरी प्लांट मत्स्य पालन के तरीकों को देखा।इस दौरान हेचरी के संचालक झंडापुर के सौरभ कुंवर ने इन मत्स्य पालकों हेचरी,आईस प्लांट व बायोफ्लाक्स का अवलोकन कराया।हेचरी के संचालक सौरभ कुंवर से मत्स्य पालकों ने हेचरी में मछली के जीरा बनने से लेकर उसकी बिक्री में बारे में पूछा।जिस पर सौरभ ने बताया कि ब्रीडिंग के 12 घंटे के पश्चात अंडा,24 घंटे के बाद अंडा से स्पॉन व इसके बाद जीरा बनकर तैयार हो जाता है।जिसमें करीब 72 घंटा का समय लगता है।
सौरभ ने उन्हें बताया कि मछली का जीरा व मछली की बिक्री स्थानीय स्तर पर हो जाती है।अवलोकन के दौरान विभिन्न जिलों से पहुंचे मत्स्य पालकों ने हेचरी प्लांट के रखरखाब एवं संचालक के गहन से जानकारी से काफी प्रभावित नजर आए।इस दौरान कई मत्स्य पालकों ने सौरभ से उन्नत विधि से मत्स्य पालन को लेकर कुछ अपने प्रश्नों के जबाव भी लिया।सौरभ ने साथ ही कम लागत में अधिक आमदनी के लिए इसे सबसे सुंदर विकल्प बताया।बता दें कि सरकार के भ्रमण दर्शन योजना के पीछे सोच है कि मत्स्य पालन को बढ़ावा मिले।खासकर पंरपरागत मत्स्य पालन के साथ साथ युवा मत्स्य पालक नई तकनीक व विधि से मत्स्य पालन कर कम समय व लागत से अधिक आतदनी कमाएं व बेहतर तरीक से आत्मनिर्भर बने।मत्स्य पालक न सिर्फ खुद आत्मनिर्भर बनकर दूसरों के लिए रोजगार के अवसर भी तैयार करें।