लोक आस्था का चार दिवसीय महापर्व छठ के तीसरे दिन शुक्रवार को भगवान भास्कर को सायंकालीन अर्घ्य दिया जाएगा। इसके पहले गुरुवार को व्रतियों द्वारा छठी मैया को गुड़, अरवा चावल एवं दूध से बने रसिया का भोग लगा कर खरना व्रत किया गया। बुधवार को नहाय-खाय (Nahai-Khay) के महापर्व की शुरुआत हुई। आज शुक्रवार को सांध्यकालीन सूर्य (Evening Arghya) तो कल शनिवार को प्रात:कालीन अर्घ्य (Morning Arghya) के साथ होगा। कोरोना संक्रमण के काल में यह पहला छठ व्रत है, जिसमें संक्रमण से बचाव के तमाम ऐहतियाती उपाय किए गए हैं। श्रद्धालुओं की सहायता के लिए प्रशासन व पुलिस के हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए गए हैं। छठ पर्व को लेकर राज्यपाल फागू चौहान (Governor Fagu Chauhan) तथा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) सहित कई जनप्रतिनिधियों ने जनता को बधाई भी दी है।
महापर्व के दूसरे दिन खरना संपन्न
महापर्व के दूसरे दिन गुरुवार को खरना (Kharna) व्रत किया गया। इस दिन व्रतियों ने पूरे दिन उपवास कर पान व सुपारी हाथ में लेकर स्नान किया। छठ व्रतियों ने गुड़, अरवा चावल एवं दूध से रसिया बनाया, जिसका शाम में छठी मैया को भोग लगाया।
बुधवार को नहाय-खाय के साथ शुरू हुआ व्रत
इसके पहले बुधवार को व्रतियों ने गंगा या आपपास की नदियों के जल से स्नान किया, फिर वहां से जल लाकर प्रसाद बनाया। इस बार कोरोना संक्रमण के कारण नदी घाटों पर पहले वाली भीड़ तो नहीं दिखी, लेकिन व्रतियों का आना जारी रहा। पटना की बात करें तो गंगा घाटों पर श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई तथा प्रसाद बनाने के लिए गंगा जल घर ले गए। बुधवार को छठ व्रतियों ने पूजा कर कद्दू-भात का भोग लगाया तथा प्रसाद ग्रहण किया।