शुक्रवार को छठव्रतियों ने अस्तांचलगामी सूर्य को अर्ध्य दिया। बड़ी संख्या में श्रद्धालु इसमें शामिल हुए। कोरोना की वजह से श्रद्धालुओं की संख्या में थोड़ी कमी जरूर देखने को मिली परंतु इसके बाद भी खासी संख्या में लोग यहां पहुंचे थे। शनिवार को उदीयमान सूर्य को अर्ध्य के साथ व्रत का पारण किया जाएगा।
हिंदू आस्था के महापर्व छठ का शुक्रवार को तीसरा दिन था। इस दिन छठव्रतियों ने अस्तांचल गामी सूर्य को पहला अर्ध्य दिया। इसे लेकर नवगछिया अनुमंडल के विभिन्न तालाब सहित नवगछिया के प्रमुख छठ घाट पर लोगों की भीड़ उमड़ी। उल्लेखनीय है कि छठ को विभिन्ना धर्मों के लोग श्रद्धापूर्वक मनाते हैं। हालांकि इस बार कोरोना के बढ़ते मामलों के कारण श्रद्धालुओं की संख्या में कमी देखने को मिली परंतु इससे छठव्रतियों के उत्साह में कोई कमी देखने को नहीं मिली। इस बार भी पर्व को लेकर छठव्रतियों में उत्साह देखने को मिला।
लोग सुबह से ही इसकी तैयारियों में जुटे थे। छठ पर्व पर सूर्य देव को मौसम के अनुरूप फलों के अलावा खास तौर पर तैयार किया गया ठेकुवा प्रसाद चढ़ाया जाता है। छठ व्रतियों ने बताया कि ठेकुवा प्रसाद आटे से बनाया जाता है। इसमें शुद्धता का पूरा ध्यान रखा जाता है। इसके लिए शरबती गेहूं इस्तेमाल होता है और इसे शुद्ध घी में पकाया जाता है। इसे छठ पर्व पर अर्ध्य के दौरान सूर्यदेव को प्रसाद के तौर पर अर्पित किए जाने की परंपरा है। शाम करीब 4 बजे लोग प्रसाद से सजा दउरा लेकर घाटों पर पहुंचे। दउरा सिर पर उठाए पैदल छठ घाटों पर जाते श्रद्धालुओं का उत्साह देखते ही बनता था। छठ घाट पर पूजा के लिए विशेष इंतजाम कराए गए थे। बज रहे छठ गीतों से यहां का माहौल भक्तिमय बना हुआ था। यहां आतिशबाजी के भी विशेष इंतजाम किए गए थे। युवा वर्ग पर्व को लेकर उत्साह से लबरेज नजर आया। व्रती पूजा में जुटे थे वहीं युवा आतिशबाजी में। व्रतियों ने यहां गन्नो से मंडप बनाकर सूर्यदेव की पूजा संपन्ना की। विशेष पूजा संपन्ना होने के बाद व्रतियों ने जल के बीच खड़े होकर डूबते हुए सूर्य को अर्ध्य दिया। अर्ध्य प्रसाद पाने के लिए श्रद्धालुओं में होड़ सी लग गई।
नवगछिया अनुमंडल के नारायणपुर खरीक गोपालपुर रंगरा चौक सहित सभी प्रखंड के गंगा एवं कोसी घाट पर भक्तों का जनसैलाब उमड़ पड़ा सबों ने अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य दिया वहीं विभिन्न घाटों पर प्रशासनिक पदाधिकारी एवं पुलिस बल मुस्तैद दिखे ।