नारायणपुर – जे पी कॉलेज नारायणपुर परिसर में रविवार को सामाजिक न्याय आंदोलन(बिहार) के बैनर तले बहुजन समाज के सक्रिय समाजकर्मियों एवं छात्र-नौजवानों के साथ बैठक की गई।बैठक में प्रखंड स्तरीय संविधान बचाओ-देश बचाओ रैली की तैयारी पर चर्चा हुआ।बैठक में
बहुजन डॉ.विलक्षण बौद्ध ने कहा कि नौकरशाही,न्यायपालिका,मीडिया से लेकर धन-धरती-कारोबार में एससी,एसटी एवंओबीसी की हिस्सेदारी आज भी आबादी के हिसाब से काफी कम है।मोदी सरकार एससी,एसटी व ओबीसी का बेदखल व वंचना बढ़ा रही है और इस सरकार में मजदूर-किसानों व मेहनतकशों का शोषण-उत्पीड़न बढ़ रहा है।एक और अंबानी-अडानी को लूटने की खुली छूट मिली हुई है।उन्होंने कहा कि मोदी सरकार मनुवादी व पूंजीवादी सरकार है।जो देश पर मनुविधान व तानाशाही थोप रही है।वहीं रिंकु यादव एवं अधिवक्ता रंजीत मंडल ने कहा कि संविधान व लोकतंत्र ने सदियों से सताये-दबाये जाते रहे दलितों-आदिवासियों व पिछड़ों के लिए सम्मान,हिस्सेदारी व बराबरी हासिल करने का रास्ता खोला है जिसे मोदी सरकार फिर से दलितों-आदिवासियों व पिछड़ों को हक-अधिकार से बेदखल करने में लगी है। जो की संविधान-लोकतंत्र को ही खत्म कर रही है।संविधान व लोकतंत्र को बचाना दलितों-आदिवासियों व पिछड़ों की जरूरत है। जिसको लेकर संविधान-लोकतंत्र बचाने की पहली जरूरत है कि 2024 में मोदी को सत्ता से बेदखल किया जाए।
वहीं बैठक का संचालन करते हुए सामाजिक न्याय आंदोलन के गौतम कुमार प्रीतम और संतोष यादव ने कहा कि नरेन्द्र मोदी संवैधानिक मूल्यों व धर्मनिरपेक्ष वसूलों का मजाक उड़ाते हुए राम मंदिर उद्घघाटन के कार्यक्रम से अपना जुड़ाव सामने ला रहे हैं।राम मंदिर उद्घघाटन के धार्मिक कार्यक्रम को सत्ता प्रायोजित कार्यक्रम बना दिया गया है।यह संविधान व धर्मनिरपेक्षता पर हमला है।वहीं लालबिहारी शर्मा और प्रमोद नागर ने कहा कि मोदी सरकार सार्वजनिक संपत्ति-संसाधनों, रेल-बैंक-बीमा से लेकर सड़क-हवाई अड्डा तक पूंजीपतियों के हवाले कर रही है।यह देश बेचवा सरकार बना हुआ है।इस सरकार को हटाना देशभक्त नागरिकों का कर्तव्य है।बैठक की अध्यक्षता कर रहे रघुनंदन ठाकुर ने कहा कि मोदी सरकार की नीतियों से महंगाई,बेरोजगारी और भूख व गरीबी बढ़ रही है।इधर मोदी सरकार विकास का दावा कर रही है।इसलिए बहुजनों के हित व हक में भाजपा को सत्ता से भगाना ही होगा।
मौके पर आशा देवी, पूर्व सरपंच चंद्रदेव दास,सामाजिक कार्यकर्ता सुमित यादव,दिनेश दास, रोहित दास, अशोक अंबेडकर,नसीब रविदास, कुसुम पासवान,मिथुन पासवान, अनील दास,सुशील रजक,सदन पासवान,अर्जुन कपूर,लालू दास, टुनटुन यादव,सियाराम पासवान समेत अन्य मौजूद थे।